कटनी। एक तरफ सरकार डिजीटल इंडिया की बात करती है, भारत को बुलदियों पर पहुंचाने के लिए बड़ी बड़ी बातें करती है तो वहीं दूसरी और यातायत के शाधन न होने के कारण शव को डंडो में बांधकर पोस्टमार्टम के लिए ले जाना पड़ रहा है.
यह मध्य प्रदेश के कटनी की है जहां के बरही थाने के एक गांव में आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गयी थी. जिसके बाद महिला के शव को बांस के डंडे में कपड़े से बांधकर चार किलोमीटर तक पैदल पोस्टमार्टम के लिए लाना पड़ा. गांव से निकली महानदी पर पुल नहीं बना है. इस कारण बरसात के दिनों में गांव का सड़क मार्ग से संपर्क टूट जाता है और केवल नाव ही आने जाने का शाधन रहती है.
बरही थाने के खेरवा गांव की शांति बाई (55) , 16 जुलाई को अपनी बेटी से मिलने के लिए पिपरा गांव गई थी. इसी दौरान दोपहर करीब तीन बजे आकाशीय बिजली गिरने से उसकी मौत हो गई. मौत की सूचना मिलने के बाद उसके परिजन उसे शाम को पिपरा से खेरबा ले गए. रात होने के कारण पुलिस ने पोस्टमार्टम नहीं कराया और परिजन को सौंप दिया. सोमवार को पोस्टमार्टम कराने के लिए परिजनों ने शव को बांस के डंडे से कपड़े में बांधा और चार किलोमीटर तक पैदल चलकर और फिर नाव से नदी पार करके पिपरा गांव लाए.
इसके बाद पुलिस अपने वाहन से महिला के शव को बरही अस्पताल लाई जहां उसका पोस्टमार्टम कराया गया है. वहां के थाना प्रभारी ने जानकारी देते हुए बताया कि खेरबा गांव में नदी पर पुल नहीं बना है जिस कारण वहां बरसात के दिनों में वाहनों का आवागमन बिल्कुल बंद हो जाता है जिसके कारण शव को खेरबा गांव से पिपरा गांव तक पैदल लाना पड़ा.

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