समाजवादी पार्टी से बहुजन समाज पार्टी ने गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया है. बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा कि पार्टी के हित में अब बीएसपी आगे होने वाले सभी छोटे-बड़े चुनाव अकेले अपने बूते पर ही लड़ेगी. वहीं गठबंधन टूटने को लेकर सांसद शफीक उर रहमान ने इसे भारतीय जनता पार्टी की साजिश करार दिया है.
समाजवादी पार्टी के सांसद शफीक उर रहमान बर्क ने गठबंधन टूटने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब हार हो जाती है तो बहुत सी चीजें हो जाती हैं. आपस का तालमेल टूट जाता है. उन्होंने उम्मीद जताई कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का तालमेल नहीं टूटेगा. शफीक उर रहमान ने कहा कि बसपा सुप्रीमो अगर अकेले चुनाव लडेंगी तो कोई फायदा नहीं होगा. भारतीय जनता पार्टी कोशिश कर रही है कि सपा-बसपा गठजोड़ टूट जाए.
वहीं बीजेपी नेता विनय सहस्त्रबुद्धे ने एसपी बीएसपी के गठजोड़ का टूटना अप्राकृतिक बताया. समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी के बीच में गठजोड़ टूटने पर बीजेपी के राज्यसभा सांसद विनय सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि हमारी पार्टी ने बहुत पहले ही कहा था कि 23 मई के बाद यह गठबंधन नहीं रहेगा. उन्होंने कहा हम कोई राजनीतिक भविष्यवाणी करने वाली पार्टी में नहीं है लेकिन हमारी पार्टी ने यकीनन बहुत पहले से ही कहा था कि 23 मई के बाद यह गठबंधन नहीं रहेगा. जो भी अप्राकृतिक है, बना बनाया है, वह इस देश की राजनीति में टिकने वाला नहीं है. जाति की राजनीति के दिन बीत चुके हैं. सबका साथ सबका विकास का मंत्र अपनाया जाए, इसी में देश का भला है.
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह का इस गठबंधन को लेकर कहना है कि अब मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही है. बीएसपी और एसपी के बीच गठजोड़ टूटने की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए संजय सिंह ने कहा कि आज देश में विश्वास का सवाल है. अगर उन्होंने कांग्रेस को भी साथ में लिया होता तो अविश्वास नहीं होता. एसी-बीएसपी दोनों पार्टियों का आपस में अविश्वास है. अब आगे जो लड़ाई होगी वह कांग्रेसी और बीजेपी के बीच होने वाली है.
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