राजस्थान। खबरें कई तरह की होती हैं. कुछ खबरें पढ़कर दुख होता है लेकिन कई बार कुछ खबरें गुस्सा दिलाती हैं. यह खबर ऐसी ही है. राजस्थान के जालौर के निकट बालवाडा में जातिवादी गुंडों ने मूंछ रखने पर दलित समाज के कैलाश के दोनों पैर तोड़ दिए. साथ ही उसे गांव से निकालने की भी कोशिश की. युवक की एक्स-रे रिपोर्ट देखने से साफ पता चलता है कि मनुवादी शैतानों ने कैलाश को कितनी बुरी तरह से पीटा.
घटना 16 नवंबर की है. पुलिस से की अपनी शिकायत में पीड़ित कैलाश ने कहा है कि घटना के दिन शाम के करीब छह बजे जब वो अपनी मोटर साइकिल से जालोर से अपने घर बालवाडा जा रहा था उसी दौरान यह घटना घटी. पीड़ित के मुताबिक शंभू सिंह के बेटे किरण सिंह व उसके चार पांच अन्य साथी जो कि सामंतवादी प्रवृति के परिवार और जाति से संबंध रखते हैं ने उस पर यह कहते हुए हमला कर दिया कि कैलाश ‘छोटी जाति’ का होकर अच्छे कपड़े पहनता है और एक जाति विशेष की बपौती दाढ़ी और मूंछ रखता है.
मनुवादी गुंडे पीड़ित कैलाश को अपनी गाड़ी में बिठाकर सुनसान जगह ले गएं और उस पर हमला कर दिया. उसके दोनों पैर तोड़ दिए और उसे मरा जानकर चले गए. होश आने पर कैलाश ने अपने पिता दलाराम मेहतर को सूचना दी, जो मौके पर पहुंच कर उसे अस्पताल ले गए. जिन लोगों ने कैलाश पर हमला किया उनके नाम शंभु सिंह,गोपाल सिंह, शैतान सिंह राठौड़, पहाड़ सिंह आदि हैं.
हालांकि पुलिस ने इस मामले में छह गुंडों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन यह घटना समाज के एक वर्ग की ओछी और घटिया मानसिकता की पोल खोलता है, जिसमें एक दलित युवक को अपनी पसंद से मुंछ रखने का अधिकार भी नहीं है.

दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।
