नई दिल्ली: पाकिस्तान में कैद भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव के परिजनों को उनसे मिलने का मौका मिला है. पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने यह जानकारी दी है कि जाघव की पत्नी और माँ को इस्लामाबाद आने के लिए वीजा जारी कर दिया गया है. आधिकारिक सूत्रों की माने तो पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने यह दिशा-निर्देश पिछले हफ्ते ही जारी किए हैं ताकि 25 दिसंबर को इस्लामाबाद में कुलभूषण जाधव की पत्नी और माँ उनसे मिल सकें.
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के सूत्रों के मुताबिक जाधव के परिवार के लिए सुरक्षा की पूरी तैयारी की जा रही हैं. जाधव के परिवार से मुलाकात के दौरान भारतीय उच्चायोग के एक अधिकारी को उनके साथ आने की अनुमति भी दी जाएगी.आपको बता दें कि पाकिस्तान के सुरक्षा बलों ने पिछले साल तीन मार्च को अपने अशांत प्रांत बलूचिस्तान से जाधव उर्फ हुसैन मुबारक पटेल को ईरान से पाकिस्तानी सीमा में दाखिल होते समय गिरफ्तार किया था और उनका दावा है कि भारतीय नौसेना का कमांडर जाधव भारत की प्रमुख खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनलिसिस विंग(रॉ) के लिए काम कर रहे थे, जिसके चलते 47 साल के कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी. इस पर भारत का कहना है कि जाधव को ईरान से अगवा किया गया और भारतीय नौसेना से रिटायर होने के बाद वहां व्यापार के सिलसिले में गये थे. इस सजा के खिलाफ भारत सरकार ने मई के महीने में अंतरराष्ट्रीय अदालत में अपील की थी. इसके चलते अंतरराष्ट्रीय अदालत ने जाधव की फांसी पर रोक लगा दी थी हालांकि उस पर अंतिम फैसला आना अभी बाकी है.
पीयूष शर्मा
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