शिलांग। मेघालय की राजधानी शिलांग में हालत अबतक गंभीर है. इस दौरान दूसरे दिन भी शहर में कर्फ्यू लगे रहे. रातभर हुई हिंसा के दौरान आक्रोशित भीड़ ने एक दुकान और एक घर को आग के हवाले कर दिया. यहां के दलित सिखों की जान खतरे में पड़ी है. घटना आरंभ होने पर सिख न्यूज अपडेट नामक फेसबुक पेज के जरिए मदद की गुहार लगाई थी. सिखों की जान खरते में देख पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गंभीर चिंता व्यक्त की है.
पंजाब से टीम जाएगी
पंजाब मुख्यमंत्री ने दलित सिखों की सुरक्षा के लिए सोमवार को चार सदस्यीय टीम को मेघायल भेजने का फैसला किया था. इस टीम का नेतृत्व कैबिनेट मंत्री सुखजिंदगर रंधावा करेंगे, जबकि उनके अलावा सांसद गुरजीत उजला, रवनीत बिट्टू और विधायक कुलदीप सिंह वैद जाकर मामले की जानकारी लेंगे. सीएम अमरिंदर सिंह ने अपनी टीम को सख्त निर्देश दिए हैं. वहीं मेघालय के सीएम ने भी पंजाब के सीएम को सिख समुदायों की पूर्ण सुरक्षा के लिए आश्वासन दिया है.
हिंसा का कारण
आपको बता दें कि शिलांग के बारा बाजार इलाके में गुरुवार दोपहर को खासी बस चालक और दलित पंजाबी महिला के बीच बहसबादी के दौरान यह तनाव पैदा हुआ जिसने बाद में एक बड़ी हिंसा का रूप ले लिया. इसके बाद दो लोगों के बीच का मामला समुदाय के तौर पर बंट गया. हालांकि इसको लेकर वहां पर कर्फ्यू लगा दिया गया है और इंटरनेट सेवा ठप कर दी गई है.
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