
भोपाल। बसपा सुप्रीमो मायावती को ऐसे ही एक्शन के लिए जाना जाता है. मायावती ने पार्टी की छवि व महिला को न्याय दिलाने के लिए बड़ा कदम उठाया है. मध्य प्रदेश में बसपा के प्रदेश अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद अहिरवार को बसपा सुप्रीमो ने उनके पद से हटा दिया है. नर्मदा प्रसाद पर एक महिला ने छेड़छाड़ और जान से मारने की धमकी के आरोप लगे हैं. पीड़ित महिला बसपा की कार्यकर्ता भी है.
दरअसल मामला 04 मई का है. इस दिन 74, बंगले में पार्टी की मीटिंग हुई थी. महिला का आरोप है कि बैठक के बाद नर्मदा प्रसदा अहिरवार ने उसको रात भर रुकने को कहा था. इतना ही नहीं इसके बाद नर्मदा प्रसाद का समर्थक महेश कुशवाहा ने महिला को अश्लील फोटो और वीडियो भेज कर प्रताड़ित कर रहा था. इसके बाद महिला ने टीटी नगर थाने में नर्मदा प्रसाद अहिरवार के खिलाफ शिकायत की. पुलिस ने धारा 354, 506 और साइबर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया.
छेड़खानी और जान से मारने की धमकी के आरोपों पर नर्मदा प्रसाद अहिरवार ने कहा कि उनके खिलाफ साजिश रची गई है. बड़े पद की मांग को लेकर इस महिला ने चार जून के कार्यक्रम में हंगामा किया था इसके बाद उसे पार्टी से बाहर निकाला गया था. अहिरवार ने कहा कि पुलिस ने मेरा बयान दर्ज कर लिया है. उन्होंने कहा कि मैं बसपा सुप्रीमो के फैसले का सम्मान करता हूं.
वैसे मायावती ने ऐसा पहली बार नहीं किया है. बसपा सुप्रीमो पार्टी के पदाधिकारी, विधायक या मंत्री के अनुशासनहीनता पर एक्शन लेने में देर नहीं करती हैं. कुछ ही महिनों बाद चुनाव हैं ऐसे में बहनजी का इस तरह फैसला लेना उनके लोकतांत्रिक व न्यायसंगत होने की बात को बताता है.
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