
नई दिल्ली। कर्नाटक विधान सभा चुनाव में सबसे करारा झटका आम आदमी पार्टी को लगा है. कर्नाटक में 29 सीटों पर आम आदमी पार्टी चुनवा लड़ रही थी. पार्टी उम्मीदवारों का प्रदर्शन इतना बुरा रहा कि सारे उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई. इससे ‘आप’ को करारा झटका लगा है. साथ ही देश भर में पार्टी को फैलाने का सपना टूटता दिख रहा है. इससे पहले भी अन्य राज्यों में हुए चुनावों में ‘आप’ ने कोई खास कमाल नहीं दिखाया.
सूत्रों द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार आम आदमी पार्टी ने कर्नाटक चुनाव में 29 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था. इनमें सबसे ज्यादा 18 उम्मीदवारों ने बेंगलुरु से चुनाव लड़ा था. कर्नाटक में ‘आप’ के संजोजक पृथ्वी रेड्डी को भी केवल 1,861 वोट मिले और वह चौथे स्थान पर रहे.
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि ‘आप’ को देश भर में पैर फैलाने के बजाय पार्टी को जमीनी स्तर मजबूत करना चाहिए. साथ ही कार्यकर्ताओं को एक्टीव करने पर ध्यान देना चाहिए. इस तरह से जमानत जब्त होना ‘आप’ के भविष्य के लिए सही नहीं है. इससे लोगों के मन में ‘आप’ के प्रति नकारात्मक भाव प्रकट होंगे. इस हार को लेकर ‘आप’ के मुखिया अरविंद केजरीवाल की ओर से कोई पुख्ता बयान नहीं मिला है. जबकि इससे ‘आप’ में उदासी का माहोल साफ दिख रहा है. कई लोग इसे अरविंद केजरीवाल की हार कह रहे हैं.
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