इराक के मोसुल में 800 साल पुरानी अल-नूरी मस्जिद को आईएसआईएस के विद्रोहियों ने उड़ा दिया. इस मस्जिद में आईएस नेता अबू बकर अल बगदादी ने 2014 में पहली बार लोगों के सामने भाषण दिया था और अपनी विद्रोह की घोषणा की थी. अमाक न्यूज एजेंसी ने इसका आरोप अमेरिका पर लगाया, लेकिन अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन ने इससे इनकार कर दिया. अमेरिका की अगुवाई वाले गठबंधन के प्रवक्ता कर्नल रयान डिलन ने कहा, हम यह पुष्टि कर सकते हैं कि अल-नूरी मस्जिद नष्ट हो गई लेकिन यह गठबंधन हमले के कारण नष्ट नहीं हुई है. हमारी सेना ने इस इलाके में शाम को हमला नहीं किया. इराकी सेना के एक शीर्ष कमांडर अब्दुलमीर याराल्लाह ने एक बयान में कहा, हम पुराने शहर में अंदर तक उनके ठिकानों की ओर बढ़ रहे थे और जब नूरी मस्जिद के 50 मीटर के दायरे में घुस गए तो आईएस ने नूरी मस्जिद और उससे लगी इमारत हदबा को उड़ा कर एक और ऐतिहासिक अपराध किया.
बता दें कि मोसुल में पिछले कुछ दिनों से भयंकर लड़ाई छिड़ी हुई है. पिछले आठ महीनों में इराकी सुरक्षा बलों ने धीरे-धीरे इस्लामिक राज्य के ऐतिहासिक शहर मोसुल से उग्रवादियों को खत्म करने का अभियान चला रखा है। इसी अभियान के दौरान वह शहर के सबसे प्रतीकात्मक अल-नूरी मस्जिद के पास थे तभी आईएस के आतंकियों ने इसे विस्फोटक से उड़ा कर नष्ट कर दिया.

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