नई दिल्ली। तमाम देशों में पुरुषों के शुक्राणुओं की संख्या में आ रही गिरावट डाक्टरों की चिंता का कारण बना हुआ है. उत्तरी अमरीका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के पुरुषों में तो पिछले 40 सालों से कम वक़्त के दौरान स्पर्म काउंट आधा हो गया है. जाहिर है कि शुक्राणुओं की संख्या में गिरावट का सीधा संबंध प्रजनन क्षमता से है. असल में स्पर्म कैसा होगा, यह कई चीजों पर निर्भर करता है. मसलन, आपका स्पर्म काउंट यानी शुक्राणु की संख्या कितनी है इसका संबंध खान-पान से भी है.
अगर आपके खाने में वसा की मात्रा ज़्यादा है तो स्पर्म काउंट में कमी आ जाती है. शोध में सामने आया है कि जो जंक फूड ज़्यादा खाते हैं उनके शुक्राणु की गुणवत्ता काफ़ी कमज़ोर थी. इस स्टडी के अनुसार जो ज़्यादा वसा खाते हैं उनका स्पर्म काउंट 43 फ़ीसदी कम होता है और शुक्राणु की सघनता भी कम होती है. तो वहीं जिनके शरीर में ओमेगा-3 फैटी एसिड की मात्रा पर्याप्त होती है उनके शुक्राणु की गुणवत्ता बेहतरीन होती है. यह एसिड मछली और वनस्पतियों के तेल में पाया जाता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार प्रति मिलीलीटर वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या 1.5 से 3.9 करोड़ हो तो उसे सामान्य माना जाता है. इसलिए स्पर्म काउंट दुरुस्त रखना है तो ये काम ज़रूर करें-
(1) शराब पीना बिल्कुल बंद करें. शराब के सेवन आपके टेस्टास्टरोन हॉर्मोन्स की सेहत में गिरावट आती है. इस हॉर्मोन का सीधा संबंध यौन क्षमता से होता है.
(2) बहुत टाइट अंडरवेयर नहीं पहनें और गर्म पानी से भी नहाने से बचें.
(3) यौन संक्रमण से बचकर रहें.
(4) ख़ुद को फिट रखें. कसरत करें, लेकिन बहुत ज़्यादा नहीं करें.
(5) हर दिन सात से आठ घंटे नींद लेना भी जरूरी है.
(6) गर्म पानी से नहाने से बचें. गर्म पानी से नहाते वक़्त आपके अंडकोष का तापमान बाधित होता और इससे स्पर्म काउंट पर सीधा असर पड़ता है.

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