योगी राज में बढ़ा दलितों पर अत्याचारः CPIM

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में दलितों पर हो रहे बार-बार हमले से प्रदेश की योगी सरकार अब चौतरफा हमला झेल रही है. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की राज्य इकाई ने दलितों पर हो रहे हमले के विरोध में योगी सरकार को खरी खोटी सुनाई है. सीपीआईएम की प्रदेश इकाई ने कहा है कि जिस तरह से बुलंदशहर में पिछले दिनों एक दलित महिला की पीट पीटकर हत्या कर दी गई. वो वाकई समाज को शर्मसार कर देने वाली घटना है.
पार्टी की राज्य इकाई ने कहा कि इस तरह की घटना साफ कर देती है कि राज्य में सामंती और जातिवादी मानसिकता का कितना घिनौना और अमानवीय रूप मौजूद है. दलित महिला की हत्या पर सीपीआईएम ने सरकार से मांग की है कि अभियुक्तों के ऊपर धारा 304 को बदलकर धारा 302 के अंतर्गत एफआईआर हो इसके आलावा मृतक महिला के परिवार को कम से कम 20 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए.
आपको बता दें कि 20 अक्टूबर को देर शाम बुलंदशहर के खेतलपुर भंसोली में एक दलित महिला की हत्या कर दी गई थी. जो कुछ माह की गर्भवती थी. वो घर जाने के दौरान गांव की ही दूसरी महिला की बर्तन से टकरा गई थी. जिसके बाद दलित महिला की पिटाई कर दी गई थी.
IBPS में निकली 1315 पदों पर वैकेंसी, ऐसे करें अप्लाई

इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सेलेक्शन यानी IBPS ने साल 2017-18 के ‘स्पेशलिस्ट ऑफिसर’ के पदों पर भर्ती के लिए ऑफिशियल नोटिफिकेशन जारी किया है. इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 7 नवंबर से शुरू होंगे. इच्छुक उम्मीदवार 27 नवंबर 2017 तक विभिन्न पदों के लिए ऑनलाइन एप्लाई कर सकते हैं. नोटिफिकेशन के मुताबिक IBPS ने 1315 पदों पर आवेदन आमंत्रित किए हैं.
इन पदों पर निकली है वैकेंसी
- I.T. ऑफिसर – 120
- एग्रीकल्चर फील्ड ऑफिसर – 875
- राजभाषा अधिकारी – 30
- लॉ ऑफिसर – 60
- एचआर/ पर्सनल ऑफिसर – 35
- मार्केटिंग ऑफिसर (Scale I) – 195

योग्यता:
I.T. ऑफिसर किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से इंजीनियरिंग की डिग्री ली हो.
एग्रीकल्चर फील्ड ऑफिसर किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से एग्रीकल्चर साइंस में ग्रेजुएशन की हो.
राजभाषा अधिकारी हिंदी और अंग्रजी भाषा में पोस्ट-ग्रेजुशन की हो.
लॉ ऑफिसर किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से LLB की डिग्री ली हो.
एचआर/ पर्सनल ऑफिसर किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से मार्केटिंग में MBA किया हो.
उम्र सीमा IBPS के इन सभी पदों पर आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की न्यूनतम आयु 20 और अधिकतम आयु 30 वर्ष तय की गई है.
अंतिम तारीख पदों पर आवेदन करने की अंतिम तारीख 27 नवंबर, 2017 है.
कैसे करें एप्लाई स्पेशलिस्ट ऑफिसर के पदों पर भर्ती के लिए ऑफिशियल वेबसाइट ibps.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं.
एयर इंडिया पर एक लाख रुपया हर्जाना

एनबीटी ब्यूरो, इलाहाबाद। हाई कोर्ट जज की पत्नी की हवाई यात्रा में दिए गए नाश्ते में कीड़ा निकलने की शिकायत पर उपभोक्ता फोरम ने एयर इंडिया पर एक लाख रुपया हर्जाना लगाया है. जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष सुखलाल एवं सदस्य सुमन पांडेय ने जस्टिस एमके मित्तल की पत्नी डॉ. नीलम मित्तल की शिकायत पर सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया है.
उपभोक्ता फोरम ने एयर इंडिया को आदेश दिया है कि दो महीने के भीतर डॉ. नीलम मित्तल को एक लाख रुपये मानसिक पीड़ा के लिए और पांच हजार रुपये मुकदमा लड़ने का खर्च भी दें. फोरम ने स्पष्ट किया है कि दो महीने की अवधि बीतने के बाद भुगतान होने पर आठ प्रतिशत ब्याज धनराशि भी देनी पड़ेगी. फोरम ने कहा कि हवाई यात्रा के टिकट में नाश्ते का शुल्क शामिल रहता है. इसलिए यात्रा में स्वस्थ, स्वच्छ नाश्ता देना कम्पनी का दायित्व है. जबकि दिए गए नाश्ते में कीड़ा निकला जिससे उपभोक्ता की तबियत खराब हो गई. इसके अलावा दोबारा नाश्ता भी नहीं दिया गया. दोनों ही कार्य सेवा में कमी से जुड़े हैं जो अनफेयर ट्रेड प्रैक्टिस है.
यह था पूरा मामला डॉ. नीलम मित्तल ने कोलकाता से पार्ट ब्लेयर का हवाई जहाज का टिकट 12,290 में खरीदा. फ्लाइट 8 जून 2008 को 5:30 बजे की थी लेकिन 6:30 बजे रवाना हुई. रास्ते में दिए गए नाश्ते में कीड़ा निकला जिसे वापस लेकर दूसरा नाश्ता नहीं दिया गया. इसके लिए फोरम में शिकायत की गई.
बिहार में जहरीली शराब पीने 5 की मौत

पटना। बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद भी अवैध रूप से शराब की बिक्री जारी है. लाख कोशिशों के बावजूद इस पर पूरी तरह से रोक नहीं लग पाई है. रोहतास के कराकाट इलाके के दनवार में जहरीली शराब पीने से 5 लोगों की जान चली गई है. वहीं कुछ अन्य लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार छठ पूजा खत्म होने के बाद शुक्रवार रात यहां एक भोज का आयोजन किया गया था. उसी भोज में इन लोगों ने शराब पी थी. इनमें से 5 लोगों की मौत हो गई है. बाकियों का इलाज जारी है, जिनमें से कुछ की हालत नाजुक बताई जाती है. ये गांव सोन नदी के तटीय इलाके में पड़ता है. यहां सोन दियारा इलाके में अवैध रूप से शराब बनाई जाती है. वहीं से शराब मंगाई गई थी. शराब पीने के बाद इनकी तबीयत बिगड़ने लगी, जिसके बाद इन्हें आनन-फानन अस्पताल ले जाया गया. दो लोगों की रास्ते में ही मौत हो गई, जबकि तीन ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.
घटना से गुस्साए लोगों ने नासरीगंज कछवां-आरा मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. घटनास्थल पर जिला अधिकारी अनिमेष पराशर और रोहतास के पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिह ढिल्लों पहुंचे हुए हैं. वहां भारी संख्या में पुलिस बल को लगाया गया है. ग्रामीणों का आरोप है कि यहां अवैध रूप से शराब तैयार की जाती है, लेकिन पुलिस उन लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं करती, क्योंकि वह इनलोगों से मिली हुई है.
सौरव गांगुली को छोड़ना पड़ सकता है कैब अध्यक्ष का पद

नई दिल्ली। टीम इंडिया के महान कप्तानों में शामिल सौरव गांगुली के खिलाफ बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) में ही अब बगावत के सुर उठने लगे हैं. हालात ये हो रहे हैं कि उनसे कैब अध्यक्ष पद छोड़ने की मांग भी की जा रही है. दरअसल विवाद जुड़ा हुआ है लोढ़ा समिति की सिफारिशों को लेकर. इन सिफारिशों के तहत बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) के संयुक्त सचिव सुबीर गांगुली के ऊपर ‘कूलिंग ऑफ’ नियम के तहत कुर्सी जाने का खतरा मंडरा रहा है. अब सुबीर गांगुली ने इस मामले में बगावती तेवर दिखाते हुए कैब अध्यक्ष सौरव गांगुली को पत्र भेजा है.
सुबीर गांगुली ने कैब अध्यक्ष सौरव गांगुली को पत्र भेजकर कहा कि अगर उन्हें ‘कूलिंग ऑफ’ पर जाने के लिये बाध्य किया जाता है, तो लोढ़ा समिति के अनुसार यही नियम उन पर भी भी लागू होता है. सुबीर आईपीएल संचालन परिषद के पूर्व सदस्य और कैब के अनुभवी रह चुके हैं. वह राज्य संघ में पूर्व कोषाध्यक्ष बिस्वरूप डे के साथ सौरव गांगुली के विरोधी ग्रुप का हिस्सा हैं. उन्होंने तीन पेज के इस पत्र में लिखा, अगर आप मुझे संयुक्त सचिव के पद पर जारी रखने के लिये मुझे अमान्य करार कते हो तो लोढ़ा समिति की सिफारिशों के अनुसार आप भी जारी नहीं रह सकते. इसके अनुसार ‘कूलिंग ऑफ’ का तीन साल का समय आपके खिलाफ भी लागू होगा. आपको भी तुरंत प्रभाव से अपना पद छोड़ना होगा.’
ऐेसे में अब देखना होगा कि कैब में दो अधिकारियों के बीच की टक्कर क्या रंग लेगी. हालांकि सौरव गांगुली के लिए इन मुश्किल हालात से निकलना इतना आसान भी नहीं होगा. लोढ़ा समिति ने नियमों को साफ करते हुए कहा था कि बीसीसीआइ व उसके राज्य संघों के पदाधिकारियों को तीन साल पूरे होते ही कूलिंग ऑफ पीरियड में जाना पड़ेगा. हालांकि अब भी लोढ़ा समिति की सिफारिशों को पूरी तरह से लागू नहीं किया जा सका है. इस मामले में रवि शास्त्री ने कहा था कि इस नियम के कारण पूर्व क्रिकेटर बीसीसीआई प्रशासन में जुड़ने से बचेंगे. इस प्रस्ताव के तहत दो बार प्रशासनिक पद पाने के लिए कम से कम तीन साल का अंतर होना चाहिए. शास्त्री का कहना है कि राष्ट्रपति को भी 5 साल मिलते हैं. तीन साल का पीरियड बहुत कम है.
दो राज्यों के चुनाव में बीजेपी को नुकसान पहुंचा सकता है ये विदेशी बवंडर

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी पर चुनावी मौसम में आफत आ सकती है. दो राज्यों में चुनावी माहौल के समय भाजपा को इससे नुकसान भी हो सकता है. बता दें कि फिलहाल गुजरात औ हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी है. गुजरात में जहां दिसंबर में चुनाव है वहीं हिमाचल नवंबर में मतदान करेगा. इन सबके बीच कुछ विदेश बवंडर भाजपा की मुसीबत बढ़ा सकते हैं.
दरअसल अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आ रहा है. बढ़ती कीमतें भाजपा, पीएम नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के माथे पर बल ला सकती है. गौरतलब है कि गुजरत में जहां भाजपा को अपनी सत्ता बरकरार रखना चाहती है तो वहीं हिमाचल में वो कांग्रेस से छीनने की पुरजोर कोशिश में लगी है. ग्राहकों के लिए नुकसानदायक गुरूवार को कच्चे तेल का दाम जहां 56.92 डॉलर प्रति बैरल था, वहीं 56.79 डॉलर प्रति डॉलर बुधवार को था. हालांकि शुक्रवार को किस दाम पर तेल खरीदा गया इसके बारे में सोमवार को ही पता चल सकेगा.तेल कीमतों में यह वृद्धि ग्राहकों के लिए नुकसानदायक है क्योंकि अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमतों में को भी इजाफा तुरंत असर डालता है.
भारत के लिए बढ़ रही है मुश्किल! बता दें कि भारत अपनी कुल तेल जरूरत का 82 फीसदी हिस्सा आयात करता है. कुल आयात का 28 फीसदी हिस्से की खरीद ब्रेंट से करता है. वहीं 72 फीसदी खरीद दुबई और ओमान से होती है. भारत के लिए कच्चे तेल की मुश्किल बढ़ती जा रही है. पहले 15 दिन में असर पड़ता था,अब तुरंत पहले अतंरराष्ट्रीय कीमतों में बदलाव का असर 15 दिन में कीमतों में बदलाव होता था लेकिन अगस्त के बाद से ही भारत में ग्राहकों पर ईंधन खरीदने का बोझ बढ़ रहा है.
हालांकि बीच में जनता बढ़ रहे रोष और विपक्ष के आरोपों के चलते सरकार ने 3 अक्टूबर को पेट्रोल पर 2 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 5.7रुपए प्रति लीटर की एक्साइज ड्यूटी घटाई थी. सरकार नहीं फेर सकती मुंह वहीं नवंबर 2014 से जनवरी 2016 तक सरकरा ने पेट्रोल पर 11.77 रुपए प्रति लीटर और 13.47 रुपए प्रति लीटर का इजाफा डीजल की एक्साइज ड्यूटी में कर दिया था. हालांकि उस वक्त सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कम कीमतों के चलते ड्यूटी लगाकर अपना खजाना भर रही थी.अगर ऐसे ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दाम बढ़ते रहे तो ग्राहक टैक्स में कटौती की मांग करेंगे. ऐसे में सरकार कम से कम चुनावों के चलते इन मांगो से मुंह नहीं फेर सकती
ये चुनौतियां कर सकती हैं भाजपा को परेशान

चुनाव आयोग ने अभी गुजरात में चुनाव की तारीखों का एलान नहीं किया है लेकिन उससे पहले ही गुजरात इलेक्शन मोड में आ चुका है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी बार-बार गुजरात का दौरा कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी एक महीने में तीन बार गुजरात का दौरा कर चुके हैं. माना जा रहा है कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में गुजरात समेत पूरे देश में जो लहर थी वैसी लहर आज भाजपा के पक्ष में नहीं है. 2014 के आम चुनावों में गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटों पर भाजपा की जीत हुई थी. इसके साथ ही भाजपा की झोली में अकेले 60 फीसदी वोट गए थे लेकिन मौजूदा दौर में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता में कमी आई है. शायद यही वजह है कि प्रधानमंत्री मोदी को अपने गृह राज्य का दौरा बार-बार करना पड़ रहा है ताकि अपने गढ़ को वो बचा सकें.
दरअसल, नरेंद्र मोदी के गुजरात से दिल्ली जाने के बाद न केवल गुजरात भाजपा में एक रिक्तता आई है बल्कि राज्यस्तरीय शासन-तंत्र में भी मोदी की कमी महसूस हुई है. उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद तीन साल में ही राज्य में दो बार मुख्यमंत्री बदलने पड़े हैं. पहले आनंदीबेन पटेल और अब विजय रुपाणी. राज्य में हाल के दिनों में पाटीदार समाज के आरक्षण आंदोलनों ने भी पाटीदारों को भाजपा से दूर करने में बड़ी भूमिका निभाई है. नौकरियों में आरक्षण की मांग को लेकर साल 2015 से ही पाटीदार समाज भाजपा सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं.
केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा की गई नोटबंदी और जीएसटी लागू किए जाने के बाद से देश के आर्थिक विकास दर में आई गिरावट से भी भाजपा और पीएम मोदी की लोकप्रियता में कमी आई है. वर्ल्ड बैंक समेत कई अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों ने आगामी समय में भी अर्थव्यवस्था की रफ्तार कम रहने की आशंका जताई है. इसके अलावा बेरोजगारी और महंगाई की वजह से भी भाजपा सरकार की लोकप्रियता और जनाधार में कमी आई है. चूंकि गुजरात एक व्यापार प्रधान राज्य है, इसलिए अर्थव्यवस्था की रफ्तार का सीधा-सीधा असर यहां के जनमानस पर पड़ता है. जानकार बताते हैं कि मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों की वजह से गुजरात के व्यापारियों को घाटा उठाना पड़ा है. लिहाजा, उनका रुझान भी भाजपा से हटकर कांग्रेस की तरफ हो सकता है. इसके अलावा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप भी चुनावों में भाजपा को नुकसान पहुंचा सकता है.
प्रमोद प्रवीन का यह लेख जनसत्ता से साभार है.12वीं पास के लिए इंडियन आर्मी में सुनहरा मौका

धोनी ने पहली बार तोड़ी श्रीनिवासन पर चुप्पी, जानिए क्या है मामला
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी का करियर सिर्फ एक विवाद को छोड़कर विवाद रहित रहा है. ये विवाद 2013 के आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग से जुड़ा है. उस समय आईपीएल टीम चेन्नई सुपरकिंग्स और इसके डायरेक्टर गुरुनाथ मयप्पन सवालों के घेरे में थे. मयप्पन पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष और चेन्नई सुपरकिंग्स के मालिक एन श्रीनिवासन के दामाद हैं. साथ ही धोनी और एन श्रीनिवासन के रिश्तों को लेकर भी सवाल उठ रहे थे. लेकिन धोनी ने कभी इस मुद्दे पर कुछ नहीं कहा. हालांकि बाद में आई मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया था कि धोनी ने आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग की जांच के लिए बनी कमिटी के सामने गुरुनाथ मयप्पन को ‘क्रिकेट फैन’ कहा था. सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित जांच कमिटी ने स्पॉट फिक्सिंग में मयप्पन की भूमिका को लेकर उनके ऊपर क्रिकेट की किसी भी गतिविधि में शामिल होने पर आजीवन बैन लगा दिया था. धोनी ने बताया स्पॉट फिक्सिंग को लेकर उन्होंने क्या कहा था
अब धोनी ने कई सालों बाद उस विवाद को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी है और बताया है कि उन्होंने आखिर जांच कमिटी के सामने स्पॉट फिक्सिंग में मयप्पन की भूमिका को लेकर क्या कहा था. पत्रकार राजदीप सरदेसाई की किताब ‘डेमोक्रेसी इलेवन’ में इस बात का जिक्र है कि धोनी ने मयप्पन के बारे में क्या बयान दिया था. धोनी ने कहा था, ‘ये पूरी तरह से झूठ है कि मैंने जांच कमिटी को कहा था कि मयप्पन सिर्फ एक क्रिकेट फैन (क्रिकेट एन्थूजिऐस्ट) हैं’, मैंने सिर्फ इतना कहा था कि उनका टीम के ऑन फील्ड क्रिकेट निर्णयों से कुछ लेनादेना नहीं है. मैं तो एन्थूजिऐस्ट शब्द को ठीक से बोल भी नहीं सकता.
धोनी ने साथ ही श्रीनिवासन के बारे में कहा, ‘मुझे सच में इस बात से कई फर्क नहीं पड़ता कि लोग क्या कहते हैं. श्रीनिवास ऐसे व्यक्ति रहे हैं जिसने हमेशा क्रिकेटरों की मदद की है.’ इस किताब में इस बात का जिक्र भी है श्रीनिवासन ने क्यों इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर टीम इंडिया की करारी हार के बाद धोनी को कप्तानी से हटाए जाने के फैसले का विरोध किया था. श्रीनिवासन ने कहा, ‘हां ये सच है कि मैंने धोनी को कप्तानी से हटाए जाने के फैसले का विरोध किया था. आप कैसे किसी को वर्ल्ड कप जीतने के एक साल बाद ही कप्तानी से हटा सकते हैं?’
तमाम विवादों के बावजूद अब भी धोनी और श्रीनिवासन के बीच अच्छे रिश्ते हैं. पिछले महीने ऑस्ट्रेलिया के साथ वनडे सीरीज खेलने के लिए चेन्नई पहुंचे धोनी ने श्रीनिवासन से इंडिया सीमेंट्स के उनके ऑफिस में जाकर मुलाकात की थी. यही नहीं इस साल तमिलनाडु प्रीमियर लीग के उद्घाटन समारोह में भी धोनी मुख्य अतिथि बनकर पहुंचे थे. तमिलनाडु प्रीमियर लीग तमिलनाडु क्रिकेट असोसिएशन की प्रॉपर्टी है जिसके अध्यक्ष एन श्रीनिवासन हैं.
मेगाबजट फिल्म 2.0 के ऑडियो लॉन्च पर खर्च हुए 15 करोड़

रजनीकांत और अक्षय कुमार की मेगाबजट मूवी 2.0 का आडियो लॉन्च 27 अक्टूबर को बुर्ज खलीफा में होना है. इससे पहले दुबई के आसमान पर स्काई डाइविंग के जरिए ऑडियो लॉन्च के पोस्टर को रिलीज किया गया. रजनीकांत की इस मेगाबजट फिल्म के ऑडियो लॉन्च पर ही करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं.
फिल्म की टीम ऑल रेडी दुबई पहुंच गई है. लेकिन यहां पहुंचे का टीम का अंदाज कुछ खास ही रहा. रजनीकांत अपनी स्टाइल में एक्ट्रेस एमी जैक्सन और टीम के साथ हेलिकॉप्टर से यहां पहुंचे. फिल्म अपनी स्टारकास्ट और बजट को लेकर पहले से ही खबरों का हिस्सा बनी हुई. इस इवेंट से मुंबई में फिल्म का पोस्टर एक बैलून को 100 फीट ऊंचा उड़ाकर रिलीज किया था. पोस्टर में दो लोगों का हाथ देखा जा सकता है, एक तो चिट्टी का है और दूसरा एलियन अक्षय कुमार का. नवंबर में फिल्म का टीजर और दिसंबर में ट्रेलर रिलीज होगा.
फिल्म को भले ही एनिथ्रियान का सीक्वल बताया जा रहा है, लेकिन इसका प्लॉट एकदम नया है. फिल्म में रजनीकांत और अक्षय कुमार के बीच लड़ाई होगी. दिलचस्प बात यह है कि एसकी शूटिंग 3D में हुई है. रिपोर्ट्स की मानें, तो 400 करोड़ के बजट में बनी 2.0 अब तक की सबसे महंगी एशियाई फिल्म होगी. इसमें रजनीकांत के अलावा अक्षय कुमार, एमी जैक्सन, सुधांशु पांडे और आदिल हुसैन भी अहम रोल में हैं. ये फिल्म दुनिया भर में 7000 स्क्रीन्स पर रिलीज होनी है.
कम समय में ज्यादा पैसा बनाना चाहते हैं तो म्युचुअल फंड में करें निवेश

मुंबई| अगर आपके पास कुछ पैसे हैं और आप उसे कई निवेश करना चाहते हैं तो ये सलाह आपके काम आ सकती है. आप म्युचुअल फंड में पैसे इन्वेस्ट कर सकते हैं. एक्सपर्ट्स की मानें तो म्युचुअल फंड में रिस्क कम होता है और इससे आसानी से ज्यादा रिटर्न हासिल किया जा सकता है. आइए आपको बताते हैं म्युचुअल फंड में निवेश करने के फायदे.
सस्ता निवेश: म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट का एक सस्ता जरिया है. इसमें निवेशक 500 या हजार रुपए से भी शुरुआत कर सकता है और खास बात यह है कि यह शेयर बाजार की तुलना में सुरक्षित है. यह ज्यादा रिटर्न पाने का आसान जरिया है.
एक्सपर्ट करते हैं निवेश: म्यूचुअल फंड में पैसा फंड मैनेजर्स के जरिये निवेश किया जाता है. म्यूचुअल फंड का ज्ञान आपसे ज्यादा बाजार विशेषज्ञों को होता है. ये फंड मैनेजर्स चौबीसों घंटे मार्केट को ट्रैक करते रहते हैं. उन्हें पता होता है कि कब और कहां निवेश करना है. ये एक पारदर्शी व्यवस्था होती है और इसे मार्केट रेग्युलेटर सेबी की मान्यता भी प्राप्त होती है. इसलिए आप चिंता मुक्त रहते हैं.
कभी भी निकाल सकते हैं म्युचुअल फंड में निवेश का एक बड़ा फायदा यह भी है कि आप जब चाहे तब अपने पैसे निकाल सकते हैं. इससे आपका पैसा फिक्स्ड डिपाजिट की तरह लॉक नहीं होता और आप इसे इमरजेंसी में निकाल सकते हैं.
मनमुताबिक निवेश: म्यूचुअल फंड में आप अपनी इच्छानुसार फंड को चुन सकते हैं. अगर आप ज्यादा रिस्क लेने की हालत में हैं तो आपको उस तरह की योजना भी मिलेगी, अगर आप कम रिस्क लेने चाहते हैं तो म्युचुअल फंड में ये ऑप्शन भी मौजूद है. आसान है निवेश करना:
म्युचुअल फंड में निवेश बैंक खाता खोलने से भी आसान है. ये आप घर बैठे ऑनलाइन भी कर सकते हैं. निवेशक बैंक को हर महीने तय रकम निवेश करने के लिए निर्देश भी दे सकते हैं. इस तरह आप बिना किसी चिंता के अपने निवेश से रिर्टन हासिल करते हैं.
‘नहीं रही मोदी लहर, गुजरात में BJP कर रही है संघर्ष’

नई दिल्ली। महाराष्ट्र में भाजपा सरकार की सहयोगी शिवसेना ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की तारीफ करते हुए कहा कि वह देश का नेतृत्व करने में सक्षम हैं. साथ ही शिवसेना ने कहा कि अब मोदी की कोई हवा नहीं है. एक टीवी चैनल से बात करते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी देश का नेतृत्व करने में सक्षम हैं. उन्हें पप्पू कहना गलत है. इस मौके पर महाराष्ट्र सरकार के शिक्षा मंत्री और बीजेपी नेता विनोद तावड़े भी मौजूद थे.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से राहुल गुजरात और देश के अन्य हिस्सों में लोगों से बात कर रहे हैं उससे साफ है कि अब वह देश में नेतृत्व देने के लिए पूरी तरह से तैयार है. संजय राउत ने कहा कि देश की जनता सबसे बड़ी है और वह जब चाहे जिसे चाहे उसे पप्पू बना सकती है.
संजय राउत ने भाजपा से गठबंधन पर कहा कि उनका भाजपा से रिश्ता तीन दशक पुराना है. कभी-कभी वैचारिक मतभेद होता रहता है. सरकार में होना किसी की गुलामी नहीं होती है.
सरकार आती है, सरकार जाती है. राउत ने जीएसटी का जिक्र किया. उन्होंने कहा, जीएसटी का असर गुजरात में सूरत-अहमदाबाद की सड़कों पर दिखा. उसके बाद केंद्र सरकार को बदलाव करना पड़ा. उन्होंने गुजरात में भाजपा की जीत पर कहा कि उनके पास पूरा सिस्टम है. अमित शाह का गृहराज्य है.
भाजपा को चुनाव जीतने से कोई नहीं रोक सकता. नोटबंदी की आलोचना करते हुए शिवसेना सांसद ने कहा कि नोटबंदी का हमने सबसे पहले विरोध किया था. इससे बेरोजगारी बढ़ी है. मुंबई में 10 से 15 लाख लोग बेरोजगार हुए हैं.
पत्रकार विनोद वर्मा गिरफ्तार, जबरन वसूली और धमकी देने का केस दर्ज

गाजियाबाद। गाजियाबाद के इंदिरापुरम से वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया. पत्रकार विनोद वर्मा को आज सुबह लगभग 4 बजे छत्तीसगढ़ पुलिस ने उनके इंदिरापुरम स्थित आवास से गिरफ़्तार किया गया और उनसे करीब 5 घंटे इंदिरापुरम थाने में पूछताछ की गई. छत्तीसगढ़ में विनोद वर्मा के ख़िलाफ़ धारा 384 यानी जबरन वसूली और धारा 506 यानी धमकी देने का केस दर्ज किया गया है. रायुपर में कुछ सीडी बरामद की गई हैं. आरोप है कि पत्रकार विनोद वर्मा की इनमें भूमिका रही है.
वर्मा एडिटर्स गिल्ड के सदस्य होने के साथ साथ बीबीसी और अमर उजाला के साथ रहे हैं. विनोद वर्मा छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेश बघेल के संबंधी हैं. सूत्रों के मुताबिक, पंडरी इलाके में रहने वाले प्रकाश बजाज नाम के एक शख्स को फोन पर ब्लैकमेल कर धमकी दी गयी थी. उसे कहा गया कि मंत्री की सीडी है. यह शख्स मंत्री का करीबी बताया जाता है. इस मामले में पंडरी थाने में एक FIR दर्ज किया गया और SP अजातशत्रु के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की एक टीम को दिल्ली रवाना किया गया.
इस मामले में पहले एक दुकान पर छापा मारा गया जहां CD तैयार करायी गयी थी. वहां पुलिस को करीब 1000 सीडी की कॉपी मिली साथ ही वीडियो भी बरामद हुआ जिस से ये सीडी बनायी गयी थी. बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में कुछ सीडी पकड़ी गई हैं जिन्हें बनाने में विनोद वर्मा की भूमिका है.
ताजमहल में बैन हो नमाज या मिले शिव चालीसा पढ़ने की इजाजतः RSS

नई दिल्ली। ताजमहल पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. भाजपा नेता संगीत सोम के विवादित बयान के बाद ताजमहल पर राजनीति गरमाती जा रही है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी विवाद के बीच बीते गुरुवार को ताजमहल का दौरा किया. अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानि आरएसएस के इतिहास विंग अखिल भारतीय इतिहास संकलन समिति (ABISS) ने मांग की है कि ताजमहल में शुक्रवार को होने वाली नमाज़ पर रोक लगा दी जाए.
आपको बता दे कि ताजमहल शुक्रवार को नमाज की वजह से बंद रखा जाता है. एक न्यूज चैनल से बात करते हुए संकलन समिति के नेशनल सेकेट्ररी डॉ. बालमुकुंद पांडे ने कहा कि ताजमहल एक राष्ट्रीय संपत्ति है तो उसे मुस्लिमों को धार्मिक स्थान के रूप में इस्तेमाल करने की इजाजत क्यों दी जाती है. ताजमहल में नमाज पढ़ने की प्रक्रिया पर रोक लगा देनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि अगर मुसलमानों को वहां पर नमाज करने की इजाजत दी जा सकती है, तो हिंदुओं को शिव चालीसा पढ़ने की भी दी जानी चाहिए. गौरतलब है कि दो दिन पहले ही हिंदू युवा वाहिनी के कुछ कार्यकर्ताओं ने ताजमहल में शिव चालीसा का पाठ किया था.
पांडे बोले कि ये बात सिद्ध है कि ताजमहल एक शिवमंदिर था, जिसे एक हिंदू राजा ने बनवाया था. ताज मोहब्बत की निशानी नहीं है, शाहजहां ने तो मुमताज की मौत के चार महीने बाद ही दूसरी शादी कर ली थी. उन्होंने कहा कि हम लोग इस बात की सबूत इकट्ठे कर रहे हैं, जिसके बाद हम सभी के सामने पेश करेंगे.