नई दिल्ली। रियो पैरालिंपिक में गोल्ड जीतकर इतिहास रचने वाले खिलाड़ी देवेंद्र झाझरिया और हॉकी के मशहूर खिलाड़ी सरदार सिंह को खेल रत्न पुरस्कार दिया जाएगा. इस बार यह पुरस्कार संयुक्त रूप से इन दोनों खिलाडि़यों को देने का फैसला किया गया है. रियो पैरालिंपिक (2016) में विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए गोल्ड मेडल जीतने वाले देवेंद्र झाझरिया (36) जेवलिन थ्रो की एफ46 स्पर्द्धा में हिस्सा लेते हैं. वह 2004 में एथेंस में भी इस स्पर्द्धा में गोल्ड जीत चुके हैं.
इस तरह पैरालिंपिक खेलों में दो स्वर्ण जीतने वाले वह पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं. जेवलिन थ्रो में इस वक्त विश्व रैंकिंग में वह तीसरे नंबर के खिलाड़ी हैं. भारत के गोल्ड विजेता की बेटी ने कहा था, ‘पापा मैंने टॉप किया अब आपकी राजस्थान के चुरू जिले से ताल्लुक रखने वाले देवेंद्र जब आठ साल के थे तो पेड़ पर चढ़ने के दौरान एक इलेक्ट्रिक केबिल की चपेट में आ गए. उनका
मेडिकल उपचार किया गया लेकिन उनको बचाने के लिए डॉक्टरों को उनका बायां हाथ काटने के लिए मजबूर होना पड़ा. डिफेंस और आक्रमण दोनों में ही समान रूप से माहिर हैं सरदार हॉकी के स्टार खिलाड़ी सरदार सिंह का जन्म 15 जुलाई 1986 को हरियाणा के सिरसा जिले में हुआ. उनकी गिनती देश के बेहतरीन मिडफील्डरों में की जाती है. डिफेंस और आक्रमण, दोनों के ही मामले में वे बेजोड़ हैं. भारतीय हॉकी टीम के कप्तान भी रह चुके हैं. सरदार सिंह इस समय हरियाणा पुलिस में डीएसपी के रूप में कार्यरत हैं.
आक्रमण के ‘सरदार’
सरदार सिंह ने इंटरनेशनल हॉकी में पदार्पण वर्ष 2006 में पाक के खिलाफ टेस्ट सीरीज में किया. इंचियोन में आयोजित एशियाई खेल 2014 के शुभारंभ समारोह में उन्हें भारतीय दल के ध्वजवाहक बनने का गौरव मिला था. सरदार की कप्तानी में भारत ने हॉकी प्रतियोगिता स्वर्ण पदक प्राप्त किया था. इस जीत के पश्चात भारत ने रियो ओलिंपिक 2016 के लिए अहर्ता भी प्राप्त कर ली थी. भारत सरकार ने वर्ष 2015 में सरदार सिंह को नागरिक सम्मान पद्म श्री प्रदान किया. इससे पहले वर्ष 2012 में उन्हें अर्जुन पुरूस्कार से सम्मानित किया गया था.

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