
नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को एम्स में भर्ती कराने की बात कही जा रही है. सोमवार को उनको एम्स अस्पताल ले जाया गया है. इस खबर से उनके शुभचिंतक निराश दिख रहे हैं. हालांकि उनको लेकर तमाम प्रकार की बात कही जा रही है लेकिन फिलहाल डराने वाली कोई खबर सामने नहीं आई है.
बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी इससे पहले फरवरी 2009 में अटल बिहारी वाजपेयी को करीब 9 दिन तक एम्स में रखा गया था, चेस्ट इंफेक्शन की शिकायत के बाद उन्हें भर्ती कराया गया था, जबकि 2010 में भी वाजपेयी जी को एम्स के कार्डियो न्यूरो सेंटर में भर्ती कराया गया था.
बीजेपी का बयान
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को नई दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बीजेपी के द्वारा जारी इस खबर के बाद उनके शुभचिंतक परेशान हो गए. तमाम तरह के कयास लगाए जाने लगे. लेकिन एम्स के निदेशक रणदीप गुलरिया ने सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है. वाजपेयी जी को उन्हीं की देख-रेख में एम्स में रखा गया है.
बीजेपी ने भी बयान जारी कर कहा है कि वाजपेयी जी को सिर्फ रूटीन चेकअप के लिए भर्ती कराया गया है. हर दो महीने पर रूटीन चेकअप के लिए वाजपेयी जी को एम्स ले जाया जाता है. कई बार उनके घर पर ही डॉक्टर रूटीन चेकअप के लिए पहुंचते हैं. इसके अलावा ‘आजतक’ से बातचीत में एम्स निदेशक ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री को रूटीन चेकअप के लिए भर्ती कराया गया है. वो बिल्कुल ठीक हैं. उन्होंने कहा कि सभी जरूरी जांच के बाद उन्हें आज शाम ही डिस्चार्ज कर दिया जाएगा.
गौरतलब है कि 93 वर्षीय अटल बिहारी वाजपेयी डिमेंशिया नाम की बीमारी से जूझ रहे है. वे 2009 से व्हीलचेयर पर हैं. वाजपेयी 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 में लखनऊ से लोकसभा सदस्य चुने गए थे. 25 दिसम्बर, 1924 में जन्मे वाजपेयी ने भारत छोड़ो आंदोलन के जरिए 1942 में भारतीय राजनीति में कदम रखा था.
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