टिहरी। उत्तराखंड के टिहरी जिले में एक दूरस्थ गांव गंगी में दो गुटों के बीच हुए संघर्ष के बाद सहमें दलितों ने अपना घर छोड़ दिया है. असल में इस संघर्ष के बाद एक दलित युवक गायब हो गया; जिससे घबराकर 30 दलितों ने घर छोड़ दिया और ब्लॉक मुख्यालय में शरण ले ली.
गंगी गांव में सवर्णों का वर्चस्व है और दलितों की संख्या कम है. पीड़ित पक्ष के लोगों का कहना है कि वह शादी समारोह में ढोल बजाने गया था. जिसके बाद वह वापस लौट आया. लौटने के बाद फिर उसे दुबारा बुलाया गया, जिस पर उसने जाने से इंकार कर दिया. तो वहीं दूसरे पक्ष का कहना है कि ढोल बजाने की बात पहले से तय थी लेकिन राकेश जिसे ढोल बजाना था, वो ऐन वक्त पर नहीं आया. साथ ही उसे बुलाने गई महिला से अभद्रता की.
मामला शांत हो गया होता लेकिन दिक्कत तब हो गई जब राकेश अचानक गायब हो गया. इसके बाद दलित दहशत में हैं. घटना के बाद दोनों पक्षों ने बारी-बारी से मामला दर्ज करवाया है. दूसरी ओर पुलिस का कहना है कि अपनी जान को खतरा बताते हुए दलितों ने भिलंगना ब्लॉक मुख्यालय में शरण ले रखी है. ये लोग संघर्ष के बाद गायब हुए युवक की तलाश और आरोपियों के पकड़े जाने तक गांव वापस लौटने को तैयार नहीं हैं.

दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।
