झांसी। मंदिर में प्रणाम करने पर एक दलित परिवार की पिटाई का मामला सामने आया है. आरोप है कि कुशवाहा समाज के लोगों ने लाठी-डंडों से पिटाई के बाद गाली देकर उस परिवार से कहा, ”तूने भगवान को भगा दिया. आगे से गांव के आसपास भी दिखे तो गोली मार देंगे.”
मामला उत्तर प्रदेश के झांसी से करीब 85 किलोमीटर दूर लहचूरा थानाक्षेत्र का है. 13 अक्टूबर को कारसदेव मंदिर में रामेश्वर कुशवाहा भंडारा करवा रहा था. भंडारे में ढांके (ढोलक की तरह होती है, जिसे लकड़ी की दो डंडियों की सहायता से बजाया जाता है) बज रही थी. मंदिर में उत्सव का माहौल था. इसी बीच गांव के ही रहने वाले लखन लाल कोरी अपनी पत्नी पुष्पा कोरी के साथ वहां से निकल रहे थे. लखन कोरी ने मंदिर में भक्तिमय माहौल को देखकर मंदिर के चबूतरे पर अपना सिर रखकर देवता को प्रणाम किया.
इसी बीच वहां बैठे कुशवाहा समाज के 6-7 जातिवादि गुंडों ने उसे देख लिया और लाठी डंडों से लखन और पुष्पा की पिटाई कर दी. जातिवादियों ने दलित परिवार को जातिसूचक गाली देते हुए कहा कि उनकी वजह से हमारे देवता चले गए. इतना ही नहीं उच्च जाति के लोगों ने धक्के देकर दलित परिवार को गांव से भगा दिया और धमकी दी की गांव के आसपास भी दिखे तो गोली मार देंगे.
घटना से डरकर दलित परिवार ने घटना के दूसरे दिन 14 अक्टूबर को इसकी शिकायत लहचूरा थाने में की, लेकिन उनकी वहां कोई सुनवाई नहीं हुई. आरोप है कि पुलिस भी इनकी नहीं सुन रही. दलित परिवार शनिवार को एसएसपी से शिकायत करने पहुंचे, लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हुई. डर के मारे दलित परिवार अपना घर छोड़कर रिश्तेदार के यहां रह रहा है.

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