नई दिल्ली। तेलंगाना में दलित दामाद की निर्मम तरीके से हत्या का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि तेलंगाना से एक और हिला देने वाली घटना सामने आई है. दलित युवक से शादी करने को लेकर बेटी से नाराज पिता ने उसका हाथ काट दिया और चेहरे को भी जख्मी कर दिया. यह घटना हैदराबाद की है. बंजारा हिल्स पुलिस ने बताया कि एक पिता इस बात से गुस्से में था कि उसकी बेटी ने दलित युवक से शादी कर ली थी.
20 वर्षीय माधवी ओबीसी वर्ग से आती हैं जबकि उनका पति बी.संदीप (22) दलित समुदाय से हैं. संदीप और माधवी चारी पांच सालों से रिलेशनशिप में थे. 12 सितंबर को उनलोगों ने लड़की के पिता मनोहर चारी (42) के कड़े विरोध के बाद भी चोरी-छिपे शादी कर ली. पुलिस ने बताया कि दंपती ने 12 सितंबर को शादी करने के बाद एसआर नगर थाने जाकर मदद की गुहार लगाई थी.
बुधवार दोपहर बाद मनोहर ने अपनी बेटी को फोन किया था और सुलह के लिए अपने पति के साथ घर आने को कहा था. पति-पत्नी एरागाडा इलाके के गोकुल थिएटर पहुंचे. करीब 3.30 बजे माधवी का पिता भी वहां पहुंचा और अपने थैले से चॉपर निकाला. पुलिस को मिली सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि मनोहर ने पहले संदीप पर हमला किया जो वहां से भाग गया. मनोहर ने फिर अपनी बेटी के हाथ पर चॉपर मारा और अगली बार उसके चेहरे पर निशाना बनाया. माधवी जमीन पर गिर गईं. मनोहर ने फिर से अपनी बेटी पर हमला करना चाहा लेकिन एक व्यक्ति ने पीछे से उसको लात मारी. वह डर गया और भाग गया.
माधवी के गले और जबड़े के बीच 12 ईंच गहरा जख्म है. उनका बायां हाथ कटकर त्वचा के सहारे झूल रहा था. खबर लिखे जाने तक उनकी सर्जरी चल रही थी. दूसरे अस्पताल में संदीप का इलाज चल रहा है. डॉक्टर ने बताया कि वह काफी सदमे में हैं.
बंजारा हिल्स के एसीपी विजय कुमार ने बताया कि मनोहर के खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज कर लिया गया है.
इसे भी पढ़ें-मेरे पति को इसलिए मारा गया क्योंकि वो मेरी जाति के नहीं थे
- दलित-बहुजन मीडिया को मजबूत करने के लिए और हमें आर्थिक सहयोग करने के लिये दिए गए लिंक पर क्लिक करेंhttps://yt.orcsnet.com/#dalit-dast

दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।
