नई दिल्ली। इंफोसिस के सह-संस्थापक क्रिस गोपालकृष्णन और भारतीय विज्ञान संस्थान के पूर्व निदेशक बालाराम पर एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ है। यह मामला सदाशिव नगर पुलिस स्टेशन में सिटी सिविल और सेशन कोर्ट (CCH) के निर्देशों के आधार पर दर्ज किया गया। मामला दर्ज कराने वाले दुर्गप्पा हैं जो भारतीय विज्ञान संस्थान के फैक्लटी सदस्य हैं।
दुर्गप्पा IISc के सेंटर फॉर सस्टेनेबल टेक्नोलॉजी में फैकल्टी सदस्य थे। बौवी जनजाति समुदाय से आने वाले दुर्गप्पा का आरोप है कि साल 2014 में उन्हें हनी ट्रैप मामले में झूठा फंसाया गया और बाद में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। दुर्गप्पा ने उन्हें जातिसूचक गालियां और धमकियां देने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने गोपालकृष्णन और बालाराम के अलावा 16 अन्य लोगों पर भी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। इस मामले में अन्य आरोपियों में गोविंदन रंगराजन, श्रीधर वारियर, संध्या विश्वेश्वरैया, हरी केवीएस, दासप्पा, बालाराम पी, हेमलता मिषी, चट्टोपाध्याय के, प्रदीप डी सावकर और मनोहरन शामिल हैं। बता दें कि क्रिस गोपालकृष्णधन भारतीय विज्ञान संस्थान के बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज के सदस्य हैं।

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