भारत के प्रधानमंत्री मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने गुजरात में बुलेट ट्रेन के लिए नींव रख दी है. पहली बुलेट ट्रेन के अहमदाबाद से मुंबई तक चलाए जाने की बात हो रही है. इस परियोजना की ज़्यादातर फ़ंडिंग जापान से मिलने वाले 17 अरब डॉलर के लोन से होगी. लेकिन सोशल मीडिया पर रेल घटनाओं से जोड़कर बुलेट ट्रेन शुरू करने की कोशिशों पर खूब तंज कसे जा रहे हैं. ट्विटर पर तमाम लोगों ने यह कह कर मोदी सरकार का मजाक उड़ाया है कि पहले जो ट्रेनें चल रही हैं, उन्हें पटरी पर चलाया जाए.
मुस्तफा रजा ने लिखा कि हम गरीबों को तो पहले रोटी, कपड़ा और मकान चाहिए. बुलेट ट्रेन तो अमीरों के लिए फ्लाइट है.
कांग्रेस नेता शहजाद पूनावाला ने भी ट्वीटर पर लिखा, “वाह मोदी जी कुछ लोगों का वोट इतनी अहमियत रखता है कि उन्हें बुलेट ट्रेन मिलती है! और कुछ लोग पटरियों से ट्रेन उतरने पर रोज मरते हैं लेकिन उनकी जिंदगी की अहमियत नहीं!”
मोदी ले डूबेगा ट्वीटर हैंडल ने प्लेटफॉर्म पर बंदरों का एक फोटो डाला और ट्वीट किया है कि बुलेट ट्रेन की घोषणा के बाद भक्तों का समूह राम मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या जाने को तैयार.
दिनेश मिश्रा ने लिखा, ‘पांच साल में ब्याज से ज्यादा आप इवेंट्स और प्रचार में खर्च कर देंगे.’
आकाश सिंह ने लिखा, ‘गुजरात और ट्रेन का नाम साथ में आता है तो मैं डर ही जाता हूं.’
हिमांशु शुक्ला ने तंज कसा कि लगे हाथ दो-चार पटरियां भी सुधरवा दो भाई दामोदर जी. बुलेट ट्रेन पे तो तब बैठेंगे जब जिंदा बचेंगे साहब.
इंडियन मुस्लिम ने ट्वीट किया कि प्लेटिना तो सही से चलायी नहीं जा रही, बुलेट चलाएंगे?
इस बुलेट ट्रेन में तो जन सामान्य जा नहीं सकता क्योंकि इसका किराया किसी लक्जरी बस से कम नहीं और लक्जरी बस में आम आदमी कहां सफर करता है.
आए दिन हो रहे है डिरेलमेंट के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने आज बुलेट ट्रेन की नींव रख दी. अब देखना होगा मोदी जी की बुलेट ट्रेन कितने सालों में तैयार होती है? क्या बुलेट ट्रेन भी भारतीय रेलवे की चाल चलेगी?
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