पुणे। पुलिस ने एक दलित को जबरन मानव मल खिलाने के आरोप में एक ईंट भट्टा मालिक को गिरफ्तार किया है. पीड़ित अनुसूचित जाति के मातंग समुदाय से आता है, जो ईंट भट्टा मालिक के यहां पिछले दो साल से काम कर रहा था. जांच में यह भी सामने आया है कि पीड़ित ने आरोपी से 50 हजार रुपए का ऋण ले रखा था.
पुलिस ने मुल्शी तालुका के जम्भे गांव से आरोपी को संदीप पवार (42) को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि गिरफ्तार ईंट भट्टा मालिक ने छोटी सी बात के लिए पीड़ित को जबरन मानव मल खिलाया. हिंजेवाड़ी पुलिस के अनुसार, पीड़ित सुनील अनिल पावले (22) अनुसूचित जाति के मातंग सुमदाय का है. वह और उसका परिवार पिछले दो सालों से पवार के ईंट भट्टा में काम करता है और वहीं रहता आया है.
पावले के मुताबिक, घटना बुधवार (13 मार्च) दोपहर करीब दो बजे की है. वह और उसके पिता अनिल, मां सविता और दादा-दादी दोपहर का खाना खाने के बाद ईंट भट्टा पर बैठे थे. इसी दौरान पवार वहां पहुंचा और उनसे अपना काम शुरू करने को कहा.
इस पर पीड़ित ने कहा- “हमने बस अभी खाना खत्म किया है. कुछ देर में काम शुरू कर देंगे.
इस पर भट्टा मालिक नाराज हो गया और उसकी और उसकी पत्नी के अलावा पिता की पिटाई कर दी. आरोपी मौके पर गाली-गलौज करता रहा. यहीं नहीं रुका. उसने मानव मल मंगवाया और हथियार के बल पर जबरन खाने को मजबूर किया. जब ये सब हुआ तो भट्टा पर काम करने वाले कई मजदूर भी वहां खड़े थे. लेकिन, किसी ने मदद नहीं की.”
पावले का परिवार मूल रूप से उस्मानाबाद से संबंध रखता है. अब यह परिवार कई सालों से पुणे में रह रहा है. पीड़ित के मुताबिक, उसने भट्टा मालिक पवार से पचास हजार रुपए का ऋण लिया है. ऋण का अधिकांश हिस्सा भी चुका भी दिया है. इसके बाद भी उसने उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया. हालांकि, पवार और उसके परिवार के सदस्यों ने आरोप से इनकार किया है.
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