लखनऊ। एससी-एसटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ 2 अप्रैल को हुए भारत बंद में पुलिस ने अब शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. यूपी में इस प्रदर्शन के दौरान दो लोगों की जान चली गई, जबकि 75 लोग घायल हो गए. इस संबंध में पुलिस ने बहुजन समाज पार्टी के विधायक योगेश वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है. योगेश वर्मा मेरठ के हस्तिनापुर से विधायक हैं.
असल में प्रदर्शन के बाद सरकार के निशाने पर कई लोग हैं. मेरठ के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मंजिल सैनी ने योगेश वर्मा को हिंसा का मुख्य षड्यंत्रकारी बताया. मंजिल सैनी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदर्शनकारियों को संभालने के लिए पुलिस को खुली छूट दी हुई थी. प्रदर्शन के बाद करीब 200 लोगों को हिरासत में लिया गया है और उन पर नेशनल सिक्योरिटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. योगेश वर्मा भी उन 200 लोगों में शामिल है, जिन्हें हिरासत में लिया गया है.
बंद औऱ प्रदर्शन को लेकर बसपा प्रमुख मायावती ने भी अपनी पार्टी का समर्थन जताया था. उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ असामाजिक तत्वों ने हिंसा भड़कायी जिससे जान एवं माल की क्षति हुई. उन्होंने कथित रूप से हिंसा भड़काने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि राज्य सरकारों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उच्चतम न्यायालय के आदेश का विरोध कर रहे बेगुनाह लोगों को परेशान नहीं किया जाए. जहां तक योगेश वर्मा की बात है तो उन्हें एक दबंग बसपा विधायक माना जाता है.

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