पुणे। दुनिया में बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो देखने में भले ही अलग हों लेकिन ये हमें आश्चर्यचकित जरूर करते हैं. ऐसा ही एक मामला पुणे में रहने वाले परिवार के सामने आया है. दरअसल, इस परिवार की 3 लड़कियां एक बेहद दुर्लभ बीमारी से पीड़ित हैं. इस बीमारी के कारण ये लोग घर में रहने को मजबूर हैं. वे बाहर खेलने-कूदने भी नहीं जाती हैं. बचपन में जब भी यह लोग घर से बाहर निकलते तो लोग इन्हें चिढ़ाते थे. लोगों के व्यवहार और बातों के कारण ये लोग घर में रहने को मजबूर हो गए. इनकी बिमारियों को समाज भी समझ नहीं सका और उनका उपहास भी उड़ाता रहा. इस बीमारी का अब तक कोई इलाज सामने नहीं आया है.
इस बीमारी के कारण पूरे शरीर के साथ-साथ चेहरे पर भी घने काले-काले बाल उग जाते हैं. उम्र बढ़ने के साथ ही ये समस्या और भी गंभीर हो जाती है. ये करोड़ों लोगों में से 1 या 2 लोगों के जीन में ही ये पाया जाता है और अब इनमें से एक लड़की का पहला बच्चा भी इस बीमारी से पीड़ित है. 5 माह का ये बच्चा किसी आम बच्चे की तरह ही है पर ये भी अपनी मां और दोनों मौसियों की तरह ‘वेयर वोल्फ डिज़ीज़’ से पीड़ित है. उसका पूरा शरीर काले बालों से ढका हुआ है. ऐसा 100 करोड़ में से एक के साथ होता है.
इसे ‘Hypertrichosis Universalis’ के नाम से जाना जाता है. इस बच्चे की 22 वर्षीय मां मनीषा संभाजी बहुत दुखी हैं कि उनके बच्चे को भी अब वही सब झेलना होगा जो उनकी बहन सविता 30 और सावित्री 19 को झेलना पड़ा. मनीषा ने बताया कि जब भी मैं अपने आपको शीशे में देखती हूं तो मुझे बहुत बुरा लगता है और अब मेरा बच्चा भी ऐसा ही महसूस करेगा. उसने बताया कि मुझे और मेरी बहनों को लोग बंदर, भालू, भूत और न जाने क्या-क्या कह कर चिढ़ाते थे और अब मेरे बच्चे को भी सब लोग ऐसे ही परेशान करेंगे.
अब चाहे वो जैसा भी हो मैं अपने बच्चे को वैसे ही प्यार करुंगी और उसका ख़याल रखूंगी जैसे मेरी मां ने हम बहनों का रखा. मैं बस ये चाहती हूं कि मेरा बच्चा किसी आम बच्चे की तरह बड़ा हो. आपको बता दें, मनीषा और उनकी बहनें हेयर रिमूवल क्रीम का इस्तेमाल करके सबके सामने आती हैं.
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