अलीगढ़ मर्डर: आंखों पर जख्म, कटा कंधा, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सामने आई हैवानियत

अलीगढ़ में ढाई साल की बच्ची की हत्याकर आंखें निकालने के मामले में शुक्रवार को देश का गुस्सा फूट पड़ा. मां-बाप द्वारा उधार लिए गए महज 10 हजार रुपये न चुकाने पर बच्ची से बर्बरता की लोगों ने सोशल मीडिया पर भी तीखी आलोचना की और इंसाफ की आवाज बुलंद की. पीड़ित परिवार ने हत्यारों के लिए फांसी की मांग की है. उन्हें राजनीति, खेल और बॉलिवुड की तमाम हस्तियों का भी समर्थन मिल रहा है.

दूसरी ओर, मामला सुर्खियों में आने के बाद एडीजी लॉ ऐंड ऑर्डर आनंद कुमार ने अलीगढ़ के एसपी ग्रामीण की अगुआई में एसआईटी गठित कर दी है. साथ ही डीजीपी मुख्यालय ने एसएसपी अलीगढ़ से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है. राष्ट्रीय बाल आयोग ने भी पुलिस से रिपोर्ट मांगी है.

मामला तूल पकड़ने के बाद गुरुवार देर रात पांच पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया था. आरोप है कि बच्ची जब गायब हुई थी तो इन्होंने रिपोर्ट नहीं लिखी थी और जांच में भी देरी की. पीड़ित परिवार ने जब प्रदर्शन शुरू किया और आत्महत्या की धमकी दी, तब पुलिस जागी दो लोगों की गिरफ्तारी की गई.

तत्काल हो कार्रवाई: मायावती
बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा कि यूपी में कानून का राज कायम करने के लिए प्रदेश सरकार को तत्काल सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. सोशल मीडिया पर भी यह मामला दिनभर ट्रेंड करता रहा. सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने इसे सांप्रदायिक रंग से देखा तो ऐक्ट्रेस सोनम कपूर ने ट्वीट किया कि इस मुद्दे का इस्तेमाल निजी स्वार्थ के लिए न करें. छोटी-सी बच्ची की मौत आपके नफरत फैलाने की वजह नहीं है.

कोई इंसान बच्ची के साथ ऐसा कैसे कर सकता है: राहुल गांधी
शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के ट्वीट से मामले ने तूल पकड़ा. राहुल ने लिखा कि बच्ची की भयावह हत्या से वह सदमे में हैं. कोई इंसान एक बच्ची से ऐसी बर्बरता कैसे कर सकता है … यूपी पुलिस को हत्यारों को सजा दिलाने के लिए तेजी से कार्रवाई करनी चाहिए. पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने इसे अमानवीय बताते हुए कहा कि इस घटना ने उन्हें हिलाकर रख दिया है.

वरादात अलीगढ़ के टप्पल की है. पुलिस के मुताबिक, आरोपित जाहिद से बच्ची के परिवार ने 50 हजार रुपये उधार लिए थे. इनमें से 10 हजार बकाया थे, पैसे नहीं देने पर 28 मई को जाहिद की बच्ची के दादा से कहासुनी हुई. इसके बाद 30 मई को जाहिद ने बच्ची को अगवा किया और उसकी हत्या कर साथी असलम की मदद से शव को ठिकाने लगाया. परिवार को बच्ची का शव 2 जून को घर के पास क्षत-विक्षत हालत में कूड़े के ढेर में मिला था. आंखें बाहर निकली थीं, एक हाथ गायब था.

पुलिस ने बच्ची की मौत की वजह गला घोंटना बताया है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक बच्ची की सारी पसलियां टूटी हैं. बाएं पैर में फ्रैक्चर, आंखों में जख्म, सिर पर चोट के निशान हैं. पीड़ित परिवार ने आंखें निकाल लेने का आरोप लगाया है. लखनऊ में एडीजी आनंद कुमार ने कहा कि बच्ची से सेक्सुअल असॉल्ट से इनकार नहीं किया जा सकता. फरेंसिक जांच के लिए नमूने भेजे गए हैं. हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि शव इस लायक नहीं थी कि रेप की जांच हो सके.

लखनऊ में एडीजी (कानून-व्यवस्था) आनंद कुमार ने कहा कि मामले के दोनों आरोपियों जाहिद और असलम ने जुर्म कबूल कर लिया है. इन दोनों पर एनएसए और पॉक्सो ऐक्ट की धाराएं भी लगाई गई हैं. मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेजा जाएगा, जिससे जल्द न्याय मिल सके. आरोपी मोहम्मद असलम 2014 में रिश्तेदार की बच्ची से यौन शोषण में गिरफ्तार हुआ था. 2017 में उस पर दिल्ली के गोकलपुरी में छेड़छाड़ और अपहरण का मामला दर्ज है.

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