बेरोजगारी के खिलाफ देश भर में उठती आवाजें और मोदी पर हल्ला बोलबेरोज़गारी को लेकर पूरे देश में कई हलक़ों से आवाज़ें उठती रही हैं। बुधवार यानी 9 सितंबर को इसे लेकर रात 9 बजे 9 मिनट कैंपेन चलाया गया। इस दौरान देश के तमाम हिस्सों में लाखों युवाओं ने अपने घरों में अंधेरा कर और मोमबत्ती जलाकर मोदी सरकार का विरोध किया। ये युवा ऐसा कर बेरोजगारी के खिलाफ मोदी सरकार का विरोध कर रहे थे। युवाओं का गुस्सा इस बात को लेकर था कि हर साल दो करोड़ युवाओं को नौकरी देने का वादा कर मोदी सरकार मुकर गई है।
बेरोजगारी के खिलाफ इस आंदोलन को कई विपक्षी दलों का भी समर्थन मिला। महत्वपूर्ण बात यह रही कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर पर #9बजे9मिनट टॉप ट्रेंड में रहा। देश भर के लाखों युवाओं और कई विपक्षी दलों के नेताओं ने इसे लेकर ट्वीट करना शुरू कर दिया। यह हैशटैग कंगना रनौत को पीछे छोड़ते हुए टॉप ट्रेंड पर जा पहुँचा। बुधवार रात 11 बजे तक इस हैशटैग के साथ 10 लाख से ज़्यादा ट्विट किए जा चुके थे। सोशल मीडिया पर लोग तस्वीरों और पोस्ट के साथ इस हैशटैग का इस्तेमाल कर रहे थे। हजारों सोशल मीडिया यूजर ने अपने हाथों में मोमबत्ती लेकर तस्वीरें भी शेयर की।
सपा नेता अखिलेश यादव और राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी मोमबत्ती जलाकर युवाओं का साथ दिया। बिहार में तेजस्वी यादव ने अपनी मां और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के साथ इसको समर्थन किया तो यूपी में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पत्नी डिंपल यादव के साथ मोमबत्ती जलाई और युवाओं का समर्थन किया। अखिलेश यादव ने इसकी तस्वीर साझा करते हुए ट्विट किया।
आज आनेवाले कल के बदलाव का इतिहास लिख दिया
सियासत के आसमान पर रोशनी से इंक़लाब लिख दिया।
आज युवाओं ने भाजपा के शासनकाल की उल्टी गिनती की शुरूआत कर दी है। हमने नौजवानों की ख़ातिर मोमबत्तियाँ जलाकर हमेशा की तरह आज भी उनका साथ दिया है और देते रहेंगे।
तो वहीं बेरोजगारी के विरोध में प्रदर्शन करते हुए राजद नेता तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव और राबड़ी देवी ने लालटेन जलाई। RJD नेता तेजस्वी यादव ने कहा, “सबसे ज्यादा युवाओं की आबादी बिहार में है लेकिन हकीकत में बिहार बेरोजगारी का केंद्र बन चुका है।”
खास बात यह रही कि देश के तमाम हिस्सों से युवाओं ने रोजगार की मांग को लेकर अपनी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। इसे देखते हुए साफ है कि बेरोजगारी को लेकर देश का युवा वर्ग पीएम मोदी की गोल-मोल बातों में अब और आने वाला नहीं है। युवाओं के गुस्से को देखकर लगता है कि आने वाले दिनों में भाजपा सरकार के खिलाफ यह आंदोलन और बड़ा हो सकता है। एक अनुमान के मुताबिक देश भर में पिछले कुछ सालों के दौरान 21 मिलियन नौकरियां गई हैं। बिहार में तो राजद ने बेरोजगारी को बड़ा चुनावी मुद्दा बना दिया है।