
सीतामढ़ी। बिहार के सीतामढ़ी में इन दिनों आईएएस की मुखिया बीवी रितु जयसवाल के दलितों के साथ मारपीट का मामला गरमाया हुआ है. रितु जयसवाल पर उनके ही पंचायत के दलितों ने मारपीट औऱ डराने-धमकाने का आरोप लगाया है. मामला सीतामढ़ी जिले के सोनवर्षा प्रखंड के अंतर्गत आने वाले सिंहवाहिनी पंचायत का है. इस मामले में एससी-एसटी थाने में एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया गया है. रितु जयसवाल पर प्रताड़ित करने डराने-धमकाने और जातिसूचक गाली देने का आरोप लगा है.
दरअसल बिहार सरकार ने एक योजना शुरू की है. योजना का नाम मुख्यमंत्री सात निश्चय नल जल योजना है. इस योजना के तहत प्रत्येक वार्ड को 15 हजार से 2 लाख रुपए तक वार्ड में जलापूर्ति और अन्य विकास कार्यों के लिए दिया जाता है. रितु जायसवाल पर आरोप है कि उन्होंने इस योजना को कमीशन के लिए अपने हिसाब से चलाने के लिए दलित समाज के वार्ड सदस्य वीरेन्द्र राम पर दबाव बनाया. आरोप के मुताबिक मुखिया का कहना था कि आप हमारे ठेकेदार से काम करवाइए और हम आपको अच्छा कमीशन भी देंगे. लेकिन रितु जायसवाल की बात दलित वार्ड सदस्य वीरेंद्र राम ने नहीं मानी और खुद अपना काम करने लगे.
वीरेंद्र राम का आरोप है कि जब उन्होंने मुखिया रितु जायसवाल की बात नहीं मानी तो मुखिया ने 5 अगस्त 2018 को उन्हें फोन करके धमकाया कि उनकी टीम (कंपनी) बिहार के बडे दबंग नेता का भतीजा का है और यदि मैं उनको ठेकेदारी नहीं दोगे तो सही नहीं होगा. वीरेन्द्र राम का कहना है कि इसके बाद उन्हें फोन पर डराया धमकाया गया. मुखिया अपने समर्थकों के साथ खुद वीरेन्द्र के दरवाजे पर आ गई.

बकौल वार्ड सदस्य वीरेन्द्र राम, “ मुखिया और उनके गुंडे हमारे टोला में काम कर रहे मजदूरों को और हमारी पत्नी जो मजदूरों से काम करा रही थी उसको पकड़ कर मारने लगी. हमारी पत्नी मुखिया जी का पैर पकड़कर रोने लगी फिर भी मुखिया जी नहीं मानी और वो और उनके समर्थक मारते रहें.” इस घटना के बाद गांव के अन्य दलितों के साथ वार्ड सदस्य वीरेंद्र राम ने SC ST थाना सीतामढ़ी में 5 अगस्त 2018 को FIR दर्ज करवाया, जिसमें एससी एसटी एक्ट के तहत रितु जायसवाल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.
रिपोर्टर ने इस मामले में जब रितु जायसवाल से संपर्क करके उनका पक्ष जानना चाहा तो उनका कहना था कि जो हमारी कंपनी है वह बिहार के बड़े दबंग नेता का भतीजा का कंपनी है. और इसलिए मैं अपने गांव में दंगा फसाद नहीं चाहती थी इसलिए मैं उनको समझा रही थी लेकिन उन लोगों ने मेरे साथ बदतमीजी की. एससी-एसटी मामले में खुद को घिरता देख रितु जायसवाल ने भी अपनी तरफ से एक FIR पटना में दर्ज करवा दिया है.
गौरतलब है कि इससे पहले भी मुखिया रितु जायसवाल पर 8 बार अन्य लोगों पर भी हमला करने का आरोप है. इससे संबंधित मामला भी थाने में दर्ज है. पीड़ितों ने ‘दलित दस्तक’ को बताया की मुखिया का पति आईएएस अधिकारी है और वह बार-बार हम लोगों को धमका रहे हैं कि तुम लोग केस वापस ले लो नहीं तो इससे भी बुरा हाल होगा.
- बिहार से राजीव कुमार की रिपोर्ट

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