नई दिल्ली। एससी/एसटी एक्ट के खिलाफ दलित समाज के भारत बंद आंदोलन को लेकर तमाम तरह की निगेटिव खबरें दिखाई जा रही है. तमाम चैनल और समाचार पत्र दलित संगठनों और दलित समाज के लोगों को खलनायक बनाने में जुटे हुए हैं. इस बंद को हिंसक कह कर प्रचारित किया जा रहा है. लेकिन इस बीच कई ऐसे वीडियो और फोटो सामने आए हैं, जिसमें साफ दिख रहा है कि दूसरे लोगों ने दलितों की भीड़ पर गोलियां चलाई. तो एक ऐसी फोटो भी सामने आई है, जिसमें साफ दिख रहा है कि पिछले दिनों करणी सेना के आंदोलन में शामिल युवक माथे पर नीली पट्टी बांध कर दलित आंदोलन में भी शामिल है.
एक सोशल मीडिया यूजर ने इस शख्स की फोटो ट्विट की है. यूजर ने फोटो शेयर करते हुए लिखा कि ये शख्स करणी सेना प्रदर्शन के दौरान राजपूत था और भीम आंदोलन में किसी और रूप में बदल गया. करणी सेना प्रोटेस्ट में इस शख्स के माथे पर तिलक और हाथ में तलवार है जबकि इसी शख्स ने भीम आंदोलन में माथे पर नीला पट्टा बांधा हुआ है.
तो वहीं अलवर का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक शख्स दलितों की भीड़ पर अपने छत से ताबड़-तोड़ गोली चला रहा है (दलित दस्तक के पास वीडियो है). इसमें कई लोग गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हुए. स्थानीय लोग इस शख्स की पहचान 60 फुट रोड निवासी दीपक (गोलु पहलवान) के रूप में कर रहे हैं. उनका कहना है कि यह सब पुलिस की मूजौदगी में हुआ है. उनका यह भी आरोप है कि पुलिस ने गोली चलाने वाले शख्स पर कार्यवाही ना करते हुए शांति से रैली निकाल रहे दलितों पर लाठीचार्ज किया.

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