
लखनऊ। बुधवार का दिन उत्तर प्रदेश की राजनीति में काफी महत्वपूर्ण रहा. देर शाम अचानक प्रदेश में सियासी माहौल गरमा गया. एक तरफ कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखऱ आजाद से मिलने पहुंची तो दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव अचानक बसपा प्रमुख मायावती से मिलने पहुंच गए. दोनों के बीच मुलाकात पहले से प्रस्तावित नहीं थी. इसके बाद एक अटकल यह लगाई जा रही है कि मेरठ में भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद से प्रियंका गांधी की मुलाकात के कारण हालात की समीक्षा को लेकर अखिलेश यादव बसपा प्रमुख से मिलने पहुंचे थे.

बुधवार शाम अचानक लखनऊ में सियासी तूफान आ गया जब अखिलेश यादव बिना किसी पूर्व कार्यक्रम के सीधे मायावती से मिलने लखनऊ के माल एवेन्यू आवास पर जा पहुंचे. मेरठ में प्रियंका गांधी के भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद से मिलने के बाद मायावती और अखिलेश यादव की मीटिंग बेहद ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है. दोनों नेताओं की मुलाकात की एक वजह यह भी देखी जा रही है कि बसपा अपने कैंडिडेट की लिस्ट गुरुवार को जारी करने जा रही हैं. माना जा रहा है कि उम्मीदवारों पर आखिरी मुहर लगाने के पहले दोनों की मुलाकात भी अहम है. हालांकि प्रियंका गांधी के चंद्रशेखर आजाद से मुलाकात के दांव के बाद सपा और बसपा पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.

राज कुमार साल 2020 से मीडिया में सक्रिय हैं। उत्तर प्रदेश की राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों पर पैनी नजर रखते हैं।