देहरादून। विगत वर्ष उत्तराखण्ड में छात्रवृत्ति घोटाले के कारण हजारों अनुसूचित जाति जनजाति के छात्र छात्रवृत्ति पाने से वंचित रह गये. ऑनलाइन आवेदन की व्यवस्था उत्तराखण्ड समाज कल्याण विभाग द्धारा विगत दो वर्षों से किया जा रहा था, जिसमें छात्र/छात्राओं का पंजीकरण करने में कोई परेशानी नहीं आ रही थी. स़त्र 2017-18 के लिये नेशनल पोर्टल बनाया गया है जिसमें ऑनलाइन पंजीकरण करने में कई दिक्कतें सामने आ रही हैं. नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल दिन भर में केवल 2या 3 घंटे सुचारु रुप से कार्य करता है इस बीच दुर्गम क्षेत्र के विद्यालयों में बिजली कटौती की समस्या भी रहती है जिस कारण गरीब बच्चों के छात्रवृत्ति आवेदन पत्र पोर्टल में पंजीकृत नहीं हो पा रहे हैं. पोर्टल के संबंध में राज्य नोडल अधिकारी देहरादून से संपर्क करने पर ज्ञात हुआ कि जो टेलीफोन नंबर हेल्प लाइन के लिये दिया गया है, वह नंबर बंद है क्योंकि उस नंबर का बिल भुगतान ही नहीं किया गया है. नेशनल पोर्टल पर छात्रवृत्ति आवेदन की अंतिम तिथि 31 जनवरी 2018 है अगर पोर्टल 24 घंटे सुचारु रुप से नहीं चला तो उत्तराखण्ड के हजारों छात्र/छात्राएं इस वर्ष भी छात्रवृत्ति से वंचित रह जाएंगे. इसी संबंध में अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक एसोसिएशन ने उत्तराखण्ड शासन से अपील की है कि पहाड़ की विषम भौगौलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए छात्रवृत्ति आवेदन की ऑनलाइन तिथि को आगे बढ़ाया जाये तथा पोर्टल में आ रहे बार- बार के व्यवधान को दूर किया जाये. अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक एसोसिएशन के प्रांतीय प्रवक्ता आई0 पी0 ह्यूमन द्वारा यह ज्ञापन दिया गया है जो खुद अपने विद्यालय के नोडल अधिकार हैं और छात्रवृत्ति प्रभार का कार्य विगत 4 वर्षों से देख रहे हैं.
आई0 पी0 हृयूमन
प्रांतीय प्रवक्ता
एससी/एसटी0 टीचर्स एसोसिएशन, उत्तराखण्ड
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