रेल के पटरियों से उतरने का सिलसिला लगातार जारी है. उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में गुरुवार सुबह एक और रेल हादसा हुआ. हावड़ा से जबलपुर जा रही शक्तिपुंज एक्सप्रेस के 7 डिब्बे पटरी से उतर गए. यह हादसा उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश के बॉर्डर पर ओबरा थाना क्षेत्र के फफराकुंड इलाके में हुआ. हालांकि अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. ट्रेन संख्या 11448 HWH-JBP शक्तिपुंज एक्सप्रेस ने ओबरा केबिन सुबह 6.13 पर पार किया था, इस दौरान उसके 7 डिब्बे पटरी से उतर गए. ट्रेन में कुल 21 डिब्बे थे. हादसे के चलते पटरियां पूरी तरह से टूट गई हैं. मौके पर रेलवे अधिकारी और पुलिस भी पहुंच गई है.
दूसरी ओर गुरुवार को ही उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में एक नौजवान की समझदारी से बड़ा रेल हादसा होने से बच गया. फर्रुखाबाद के फतेहगढ़ रेल लाइन के पास पटरी कटी हुई थी, तभी वहां पवन नाम के युवक ने अपनी लाल बनियान दिखाकर कालिंदी एक्सप्रेस को रुकवाया और हादसा होने से बच गया.
इससे पहले 19 अगस्त को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पुरी से हरिद्वार जा रही कलिंग उत्कल एक्सप्रेस के पास पटरी से उतर गई थी. इस हादसे में 23 लोगों की मौत हो गई थी. खतौली रेल हादसे के 5 दिन के अंदर कानपुर और इटावा के बीच औरैया जिले में आजमगढ़ से दिल्ली आ रही कैफियत एक्सप्रेस औरैया के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई.
पीयूष गोयल के रेल मंत्री का पद संभालने के बाद यह पहला रेल हादसा है. लगातार हुई रेल दुर्घटनाओं की जिम्मेदारी लेते हुए सुरेश प्रभु ने रेल मंत्री के पद से इस्तीफे की पेशकश की थी. इसके बाद कैबिनेट फेरबदल में पीयूष गोयल को रेल मंत्रालय का जिम्मा दे दिया गया.

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