सुप्रसिद्ध बहुजन रंगमंच कलाकार ‘सांची जिवाने’ को 11वें दादासाहेब फाल्के अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह 2021 में ‘सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री’ का पुरस्कार देने की घोषणा हुई है। सांची ने मराठी फिल्म ‘पैदागीर’ में अपने सशक्त अभिनय के लिए यह पुरस्कार जीता है। फिल्म ‘पैदागीर’ को अन्य फिल्म समारोहों में ‘बेस्ट एजुकेशनल मूवी’ का पुरस्कार भी मिला है। फिल्म को भारत भर से आई 310 अन्य फिल्मों के बीच से चुना गया है। 30 अप्रैल को इस पुरस्कार की घोषणा की गई।
बहुजन समाज से आने वाली अभिनेत्री सांची जिवानेनागपुर के वीएमवी कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर भी रही हैं। उन्होंने मात्र 9 साल की उम्र में सिनेमा और अभिनय की दुनिया में हाथ आजमाना शुरू कर दिया था। पिछले 25 वर्षों में उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर दो फिल्मों और कई मंच नाटकों में अभिनय किया है, लेकिन, सांची का मानना है कि उनकी तीसरी फिल्म ‘पैदागीर’ जो एक शैक्षिक जागरूकता फिल्म है, अभी तक उनके जीवन कि सर्वश्रेष्ठ फिल्म है।
सांची ने कहा कि इस फिल्म की रिलीज के बाद हमें अपने दर्शकों से जो सराहना मिली, वह मेरे लिए बड़ी उपलब्धि रही। उन्होंने नागपुर शहर के कलाकारों, अपने माता-पिता, दोस्तों, निर्माता, निर्देशक, सह-कलाकारों और ‘पैदागीर’ की पूरी टीम के साथ इस उपलब्धि का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार मेरे जैसे थिएटर आर्टिस्ट के लिए बहुत बड़ी और प्रतिष्ठित उपलब्धि है।

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।