
क्रिकेटर शमी के जिले अमरोहा से हूँ और जहाँ तक मैं जानता हूँ उन्होंने परिवार की मर्जी के बिना हसीन जहां से शादी की थी. ये ठीक उस तरह से था कि बेटा इतने बड़े मुकाम पर पहुँच गया तो उसका लिया हर फैसला सही होगा.
शमी उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के सहसपुर अलीनगर जैसे छोटे गाँव से निकले, फिर मुरादाबाद पहुँचे वहाँ घण्टो बदरुद्दीन सर के अंडर में पसीना बहाते जी तोड़ मेहनत करते.. मुरादाबाद मंडल के आस पास के क्षेत्र का कोई कोई स्टेडियम, गांव, कस्बे का मैदान उनसे शायद ही अनछुआ रहा हो. किस्मत आगे ले गयी कोलकत्ता पहुँचे, वहाँ से रणजी फिर भारतीय क्रिकेट टीम का सफर.
फिर हमारे जिले के अखबार के लोकल संस्करण में शमी की गांव वाली पिच से लेकर खेत खलिहान और बचपन तक की तस्वीरेँ अखबार में छप गयीं थी. जिले के घर घर में शमी की चर्चाएं थी. पहले दिन टीवी पर आते ही आतिशबाजियां शुरू हुई.. मुझे याद है वो दिन जब वो इंडियन टीम के दौरे से वापस गांव आये तो मीडिया ने उनके ऐसे देसी अंदाज को कैप्चर किया जैसे उनके घर के साधारण से बाथरूम से तोलिया लपेटकर नहाकर निकलने वाली तस्वीर.. हम सब बड़े गौर से उस खबर को पढ़ रहे थे क्योंकि ये बन्दा जमीनी था मिट्टी से जुड़ा.. जो अपने जैसा लगा.
उसके 3 साल बाद हमारे कॉलेज तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद में यूपी vs मध्यप्रदेश का रणजी मैच हुआ तब मैच के आखिरी दिन शाम को अचानक से शमी को देखकर सब चौंक गए. उस वक़्त शमी भारतीय क्रिकेट टीम की ओर से खेल रहे पर ऑफ सेशन में अपने घरवालों से मिलने गांव आए थे जिसमें उन्होंने रणजी खिलाड़ियों से मिलने का भी सोचा तो इस तरह उनकी अचानक एंट्री ने क्राउड में भी गर्मी पैदा कर दी थी. पर शमी की सिम्पलिटी इतनी थी की शमी साधारण सी पेंट, टी-शर्ट और 100 रुपए वाले रिलेक्सो के चप्पल में आ गए थे. ये उस दौर में था जब ब्रांड शमी के आगे पीछे घूमते.. पर वे ऐसे आए जैसे घर से कुछ दूर के कॉलेज में कोई यूँही घूमने निकल आया हो.
फिर मुझे वो दौर भी याद है जब उनकी बीवी को ट्रोलर ने घेरा और भद्दे-भद्दे कमेंट किये तब शमी खुलकर सामने आए और अपनी पत्नी के पक्ष में ऐसी तस्वीर पोस्ट की जिसके बाद सब के मुंह बंद हो गए. शमी की बीवी को धोनी की बीवी, रोहित की बीवी व अन्य क्रिकेटरों की बीवी के साथ स्टेडियम में समान वरीयता के साथ टीवी पर अक्सर देखा जा चुका है. वे अपनी बीवी और बिटियां के साथ तस्वीरेँ पोस्ट करते रहते ही थे.
सुनने में यह भी आया कि हसीन की वजह से शमी ने कोलकत्ता में लिए घर में रहना शुरू कर दिया था. शमी के पारिवारिक गाँव के लोग, उनका कल्चर उनकी मॉडल बीवी को रास नहीं आता था. जिसके कारण वो गांव की जगह या तो मुरादाबाद रहते या फिर कोलकत्ता.. कुल मिलाकर महान बेटा परिवार से दूर होता गया.
1 वर्ष से ज्यादा वक्त बीत गया जब उनके पिताजी की तबियत बहुत बिगड़ी और वो 60 की उम्र के आस पास चल बसे. न जाने यह सदमा बेटे से दूर रहने का था या ऊपर वाले को उनको बुलाना था.. पर कहीं न कहीं हसीन का रोल हर जगह था.
शमी के छोटे भाई लोकल में हमारे दोस्तों के साथ क्रिकेट खेले हैं. हमारे कस्बें में कई बार उनका आना जाना रहता.. जब शमी भाई के बारे में पूछते तो सहम जाते और बस इतना बोलते की शमी भाई मेरे लिए खर्च भिजवा देते हैं.. बाकी वो बहुत व्यस्त रहते समय कम मिल पाता हमारे लिए! जो दबी हुई टीस थी उनके भाई ने कभी हमारे सामने नहीं खोली.
क्या एक महान खिलाड़ी का टेलेंटेड भाई लोकल में क्रिकेट खेलने लायक था? बंगाल से लेकर मुम्बई, बैंगलोर, चंडीगढ़ कोई अकादमी शमी के लिए ज्यादा न थी. पर इन सब जगह इन सब दूरियों में हसीन जहां का रोल पूरा था.
…और आज शमी को क्या मिला, उस बीवी ने सरेआम इज्जत उतारने में एक बार ना सोचा कि वो क्या करने जा रही है और शमी के करियर उनके स्टारडम सबको धूल में मिलाने से पहले उसने एक बार नहीं सोचा की इस बात को शमी के परिवार और खुद के परिवार वालो को पहले बताना चाहिए. शमी से खुद हर बात, चैट, पिक्चर को लेकर खुलकर आमने-सामने क्लियर बात करनी चाहिए थी. कुछ तो सब्र रखती.. तब मीडिया में हल्ला मचातीं.
4 दिन पहले साथ मे होली खेली, इंडिया टीवी को इंटरव्यू देते हुए अपने पति की तारीफें करते हुए मुँह नहीं थक रहा था.. फिर ऐसा न जाने क्या हो गया उन चार दिनों में जो शमी को दुनिया के सामने विलेन बना दिया. शमी लाख बुरे सही, ये सारी गलतियां हो सकती हैं उनकी पर एक बार शमी से इस मामले में बात तो करती..पहले अपने घर वालों, रिश्तेदारों से तो बात करती इस बारे में. उसने शमी की इज्जत उतारने में कोई कमी नहीं छोड़ी, उससे जितना हो रहा है वो कर रही है.
शमी अपनी गलती पर पछतावा भी कर रहा होगा और रो भी रहा होगा.. पर हसीन की इतनी बेरुखी जो शमी के सुनहरे क्रिकेट करियर को बर्बाद कर गयी, ये नासूर सा दर्द है.
हसीन ने शमी के बड़े भाई पर बलात्कार का आरोप, घर वालों पर नींद की गोली देकर मार देने का आरोप और न जाने कितने खतरनाक आरोप शमी पर लगा दिए जिसमें शमी के घर के 4 सदस्यों जिनमें उनकी माँ तक हैं उनके नाम तक की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है जिसके जवाब में बोली कि पिछले 3 साल से मैं यह सब सह रही थी. वो औरत यहाँ भी नहीं रुकी उसने शमी पर देश से गद्दारी करने, फिक्सिंग करने जैसे बेबुनियाद आरोप तक लगा दिए.. अपने गुस्से में नीचता की हद पार कर दी.
इस देश मे औरत जो बोले वही सच है बाकी सब बेबुनियाद. वैसे इस देश में रेप, उत्पीड़न, दहेज, मारपीट जैसे आरोपों का दुरुपयोग कोई नया नहीं है… हसीन जहाँ भी जमकर फायदा उठा रही है शायद उस भड़ास को निकाल रही जो शादी होने के बाद उसे मॉडलिंग की गलियों तक न ले जा पायी, जहाँ शमी ऊंचाइयों के आसमान छू रहे थे तो ये घर, बच्ची और शमी को सम्हाल रही थी जो इसे रास न आया. पहले पति और अपनी 2 लड़कियों को 2010 में छोड़ा. अब कुछ दिन बाद दूसरे पति शमी की इज्जत को भी नीलाम करके 50 करोड़ का तलाक फिक्स करके एक्टिंग, मॉडलिंग में चली जायेगी. कुल मिलाकर हसीन जहां जीत गयी. शमी हार गया.
मुझे पता था वो भटक कर सहसपुर गांव ही आएगा माँ के आँचल में रोने को… हुआ भी वही. घटना के दो दिन बाद शमी अपने गाँव वाले घर था जिसे भूलने लग गए थे उस हसीन के कारण… पर माँ तो माँ होती और बीवी बीवी. पर देखा उन बड़े-बड़े सुपर स्टार क्रिकेटरों का जलवा भी जो शमी के पक्ष में 2 लफ्ज बोलने के सिवाय सिर्फ अपने सलेक्शन को समेटते रहे और BCCI तो बहुत ही गजब.. आरोप सिद्ध होने से पहले टॉप के बॉलर के टीम से सम्बंध ही खत्म कर दिए.
खैर शमी तुम हमारे देश भारत, हमारे जिले अमरोहा के सितारे थे, हो और रहोगे.
- अंकुर सेट्टी