पंजाब सरकार ने पंजाब पुलिस के 24 पीपीएस अफसरों को प्रमोशन देकर उन्हें आईपीएस बना दिया है। यह पदोन्नति अप्रैल महीने में की गई थी। लेकिन इस सूची में एक भी दलित अधिकारी के शामिल नहीं होने के कारण इस पर बवाल शुरू हो गया है। भेदभाव का आरोप लगाते हुए सुशील कुमार, पीपीएस कमांडेंट 1 आईआरबी ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग में शिकायत की है। इसके बाद आयोग के चेयरमैन विजय सांपला ने पंजाब सरकार को नोटिस देकर जवाब मांगा है।
राष्ट्रीय अनसुचित जाति आयोग ने इस मामले में पंजाब सरकार के मुख्य सचिव, गृह सचिव और पंजाब पुलिस के डीजीपी को नोटिस जारी किया है और पंद्रह दिनों के भीतर रिपोर्ट मांगी है। आयोग के चेयरमैन विजय सांपला ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि सरकारी नौकरी में प्रमोशन हेतु भारत के संविधान के तहत बने कानूनों को नजरअंदाज करना कानूनी जुर्म है। जिन अफसरों ने केंद्र सरकार के प्रमोशन के रूल एवं पंजाब सरकार के पंजाब शिड्यूल कास्ट एंड बैकवर्ड क्लास अमेंडमेंट एक्ट 2018 को नजरअंदाज किया है, उन पर आयोग कानून के अनुसार सख्त से सख्त कारवाई करेगा।

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।