नंद कुमार बघेल की गिरफ्तारी के खिलाफ सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक पर आंदोलन

 छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और मतदाता जागृति मंच एवं अखिल भारतीय कुर्मी, किसान, मजदूर, महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नंद कुमार बघेल को कल 7 अगस्त को आगरा से गिरफ्तार कर लिया गया। हैरान करने वाली बात यह रही कि उनकी गिरफ्तारी खुद उनके बेटे और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की शासन की पुलिस ने किया। छत्तीसगढ़ के रायपुर से यूपी के आगरा पहुंची पुलिस ने 86 वर्षीय नंद कुमार बघेल को गिरफ्तार कर लिया। उनपर आरोप है कि उन्होंने सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने वाला बयान दिया।
दरअसल सीनियर बघेल, जिन्हें उत्तर भारत का पेरियार कहा जाता है, ने पिछले दिनों लखनऊ में ब्राह्मणों को लेकर एक बयान दिया था, जिसके कारण उनको गिरफ्तार किया गया है। नंद कुमार पर सामाजिक द्वेष पैदा करने का आरोप है। उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 505- समुदायों के बीच शत्रुता, घृणा या वैमनस्य की भावनाएं पैदा करने और धारा 153 ए के तहत सामाजिक तनाव बढ़ाने वाला बयान देने का आरोप है।

पिछले महीने लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में नंद कुमार बघेल ने कहा था, अब वोट हमारा राज तुम्हारा नहीं चलेगा। हम यह आंदोलन करेंगे। ब्राह्मणों को गंगा से वोल्गा (रूस की एक नदी) भेजेंगे, क्योंकि वे विदेशी हैं। जिस तरह से अंग्रेज आए और चले गए। उसी तरह से ये ब्राह्मण या तो सुधर जाएं या फिर गंगा से वोल्गा जाने को तैयार रहें। गौरतलब है कि वोल्गा रूस की एक नदी है।
इससे करीब 3 दिन पहले नंद कुमार बघेल के बयान से नाराज ब्राह्मण समाज ने रायगढ़ में उनका पुतला दहन किया था। FIR दर्ज करने की मांग को लेकर सिटी कोतवाली का घेराव कर दिया। घंटों चले हंगामे के बाद पुलिस ने समाज के लोगों से शिकायत ले ली थी और कार्रवाई का भरोसा दिया था। हालांकि मुख्यमंत्री के पिता का मामला होने के कारण पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं किया। मामला मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तक पहुंचा तो उन्होंने कहा कि कानून सबके लिए बराबर है और इसके बाद रायपुर के डीडी नगर थाने में केस दर्ज किया गया। मामला दर्ज होने के बाद रायपुर पुलिस आगरा पहुंची और नंद कुमार बघेल की गिरफ्तारी की गई। उन्हें मंगलवार को रायपुर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पेश किया गया है। कोर्ट ने उन्हें 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। बताया जा रहा है कि नंद कुमार बघेल ने जमानत लेने और वकील रखने से मना कर दिया है।

इसके बाद मामले में नया मोड़ आ गया है। सामाजिक संगठन खासकर दलित-पिछड़े और आदिवासी समाज के संगठनों ने नंद कुमार बघेल की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। तो वहीं सोशल मीडिया पर भी लोग नंद कुमार बघेल के पक्ष में मुहिम चला रहे हैं। नंद कुमार बघेल ने भी यह लड़ाई सुप्रीम कोर्ट तक लड़ने की बात कही है। सीनियर बघेल के पक्ष में रायपुर में सड़क पर आंदोलन शुरू हो चुका है। बहुजन समाज उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध कर रहा है।

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