बिहार में कोरोना से निपटने को लेकर नहीं, बल्कि कोरोना को लेकर राजनीति अपने चरम पर है। आलम यह है कि सरकार मर्यादा तक भूल गई है और राजनीतिक द्वेष से कार्रवाई करने पर अमादा है। भाजपा नेता और छपरा से सांसद राजीव प्रताप रूढ़ी और पप्पू यादव के बीच विवाद के बाद नीतीश सरकार ने जन अधिकार पार्टी के प्रमुख और पूर्व सांसद पप्पू यादव को गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद पप्पू यादव और राज्य सरकार के बीच तनातनी बढ़ गई है।
गिरफ्तारी के बाद पप्पू यादव ने ट्विट कर राज्य सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। अपने ट्विट में पप्पू यादव ने नीतीश सरकार पर कोरोना से मारने का षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है।
नीतीश जी
प्रणामधैर्य की परीक्षा न लें।अन्यथा जनता अपने हाथों में व्यवस्था लेगी,तो आपका प्रशासन सारा लॉकडाउन प्रोटोकॉल भूल जाएगा
मेरा एक माह पहले ऑपेरशन हुआ है।तब भी अपना जीवन दांव पर लगा जिंदगियां बचा रहे हैं।अभी मेरा टेस्ट हुआ,कोरोना निगेटिव आया।आप पॉजिटिव कर मारना चाहते हैं
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) May 11, 2021
पप्पू यादव ने अपने एक अन्य ट्विट किया, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि जब बिहार सरकार को कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी करनी चाहिए, तो सरकार पप्पू यादव से लड़ रहे हैं।
पप्पू यादव की गिरफ्तारी को लेकर कई नेताओं ने बिहार सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है। राजद नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी पप्पू यादव की गिरफ्तारी का विरोध किया है। यहां तक की नीतीश सरकार में मंत्री और वीआईपी पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी ने भी पप्पू यादव की गिरफ्तारी को असंवेदनशील बताया।
लीजिए रूडी जी,ड्राइवर सेना तैयार है। एम्बुलेंस कब और कहां सौंपने वाले हैं, बताएं!
बिहार सरकार इन सभी चालक बंधुओं को नियमित नौकरी दे। यह हर परिस्थिति में एम्बुलेंस चलाएंगे। कोविड मरीजों को मुफ्त में सेवा देंगे।
हम सेवा की राजनीति करते हैं,जनहित में ऐसी राजनीति सब करें,स्वागत है। pic.twitter.com/eZVpnRlT7l
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) May 8, 2021
गौरतलब है कि भाजपा नेता राजीव प्रताप रूढ़ी के निजी परिसर में सरकारी एंबुलेंस खड़े मिले थे, जिसके बाद पप्पू यादव ने मामले को उठाते हुए बड़ा आरोप लगाया था। जिस पर राजीव प्रताप रूढ़ी ने ड्रायवरों की कमी का हवाला दिया था और पप्पू यादव से कहा था कि वो ड्रायवर ले आएं। पप्पू यादव ने ड्रायवरों की परेड करवा दी थी। जिसके बाद राजीव प्रताप रूढ़ी, भाजपा और नीतीश सरकार की जमकर फजीहत हुई थी।

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