नयी दिल्ली। लोकसभा चुनाव का बिगुल बजते ही राजनीति के दिग्गजों और देश के दिग्गज पत्रकारों की प्रतिकिया आनी शुरू हो गई है. हर कोई 2019 के चुनाव को अपने तरीक़े से देख रहा है. तमाम दिग्गजों ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
बसपा प्रमुख मायावती ने चुनाव आयोग द्वारा तारीखों की घोषणा के बाद ट्वीट करते हुए कहा-
@Mayawati
बहुप्रतीक्षित लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की आज शाम घोषणा होते ही आचार संहिता के लागू हो जाने से पीएम श्री मोदी की खोखली व हवाहवाई घोषणाओं व शाही खर्चों वाले इनके सरकारी शिलान्यास आदि प्रोग्रामों से देश को मुक्ति तो मिल जायेगी लेकिन जनता इनके अन्य हथकंडों से भी सावधान रहे.
एक और ट्वीट में बहनजी ने लिखा-
@Mayawati
बीजेपी की निरंकुश व अहंकारी सरकार के कार्यकलापों से देश में हर तरफ व्यापक अशान्ति, असंतोष व आक्रोश ही फैला है. निश्चित ही देश की 130 करोड़ जनता इससे बहुत बेहतर की हकदार है. नई सरकार लोकतंत्र की प्रहरी, संविधान की रक्षक व सर्वसमाज की हितैषी होगी तभी देश का सही भला होगा.
वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश आगामी चुनाव को अलग नजरिये से देख रहे हैं. उन्होंने पत्रकारिय मूल्यों का जिक्र करते हुए सवाल उठाया है. अपने ट्वीट में उर्मिलेश काफी गंभीर सवाल उठाते हैं….
@ Urmilesh
ज्यादातर मित्र जानते हैं, हम जैसों की किसी पार्टी या उसके नेता से निकटता नहीं. ज्यादा बडे़ नेता हमें नापसंद करते है. इस चुनाव पर मेरा आकलन है कि यह कोई साधारण चुनाव नहीं! इसमें तय होगा कि भारत सेक्युलर- डेमोक्रेसी बना रहेगा या नहीं? संविधान भविष्य में चलेगा या कोई और विधान लागू होगा?
तो इसी तरह चुनाव विश्लेषक और राजनीति में सक्रिय योगेंद्र यादव ने राजनैतिक नैतिकता का सवाल उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है. योगेंद्र यादव लिखते हैं-
@Yogendra Yadav
प्रधानमंत्री जी,आप आतंक के खिलाफ युद्ध की आड़ में चुनाव लड़ना चाहते हैं? जंग की ओट में वोट मांगना चाहते हैं? सैनिकों के शौर्य का श्रेय लेकर चुनावी जीत का सेहरा बांधना जिम्मेवारी नहीं गद्दारी है. जवानों की अर्थी और खून के सहारे वोट मांगना देश भक्ति नहीं देशद्रोह है.
टीवी पत्रकार रवीश कुमार ने पीएम पर चुटकी लेते हुए ट्वीट किया है-
@Ravish Kumar
कृपया इस बार प्रधानमंत्री चुने ,
चौकीदार नेपाल से मंगवा लेंगे .
इन प्रतिक्रियाओं से साफ है कि देश चुनावी मोड में आ चुका है. चुनाव का फीवर हर दिन बढ़ता जाएगा. चुनाव आयोग ने कल 10 मार्च को चुनाव के तारीखों की घोषणा कर दी है जिसके मुताबिक चुनाव 7 चरणों मे होगा. पहले चरण का चुनाव 11 अप्रैल को होगा जबकि आखिरी चरण का चुनाव 19 मई को होगा. नतीजे 23 मई को आएंगे जिसके साथ कि साफ हो जाएगा कि 17वीं लोकसभा के लिए देश की जनता ने किसे जनादेश दिया है. फिलहाल आने वाले ढाई महीने देश लोकतंत्र के उत्सव में डूबा रहने वाला है.
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