आजमगढ़। यूपी के आजमगढ़ में बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने मंगलवार को भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला है. मायावती ने अपने कार्यकर्ताओं को आगाह किया कि भाजपा के लोग हिंदुत्ववादी मुद्दे पर अगला चुनाव लड़ने वाले हैं. और इनपर रोक लगाने की सख्त जरूरत है.
अपने कार्यकर्ता सम्मेलन में मायावती ने सीएम योगी की हिंदूवादी नीति को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अयोध्या में मंदिर बनने के बाद भी गरीबों और आम जनता को लाभ होने वाला नहीं है. ऐसे में बाबासाहेब अम्बेडकर को केन्द्र बिन्दु मानकर अपने अधिकारों की चाबी लेनी होगी.
सहारनपुर में हुई हिंसा को लेकर मायावती ने कहा कि भाजपा ने दलितों के बीच हिंसा कराकर मुझे मारने की साजिश रची थी. ताकि मेरे साथ बसपा का भी सफाया हो जाये. लेकिन वह कामयाब नहीं हो पाए. इस सम्मेलन के रास्ते मायावती निकाय चुनाव के लिए शंखनाद भी करेंगी. साथ ही सम्मेलन में बसपा प्रत्याशी की घोषणा भी होनी हैं. ऐसे में जनसभा में सबसे अधिक मुद्दा निकाय चुनाव का ही छाया रहेगा.
केन्द्र सरकार पर हमला करते हुए मायावती ने कहा कि मोदी विदेश में अपनी छोटी-छोटी उपलब्धि बता रहे हैं. लेकिन अपने किसी भी वायदे को पूरा नहीं किया. मोदी सरकार केवल लोगों को लुभाने के लिए योजना बनाती है, जबकि उन्हें पूरा करने पर काम नहीं करती है.
योगी आदित्यनाथ पर हमला करते हुए मायावती ने कहा कि पूर्वांचल का विकास तब होगा जब योगीजी को मंदिरों से फुर्सत से मिलेगी. अयोध्या में राम मंदिर बनने से किसी भी दलित का विकास नहीं होगा. दलितों के लिए भगवान बाबा साहेब अम्बेडकर ही हैं.
मायावती ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार अभी तक अपने चुनावी वायदों को पूरा नहीं कर सकी है. लोगों का भटकाने के लिए सरकार लोकसभा चुनावों से पहले अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करवा सकती है. मायावती ने कहा कि चुनावों से पहले सरकार सर्जिकल स्ट्राइक भी करवा सकती है.
मायावती ने कहा कि “बीजेपी दलित और मुसलमानों को प्रताड़ित करने का काम कर रही है.” सहारनपुर हिंसा पर मायावती ने कहा, “शब्बीर पर गांव में जब दलितों का उत्पीड़न हुआ, मैंने जब मुद्दे को राज्यसभा में रखने की कोशिश की, तब सरकार के मंत्री और सांसदों ने मुझे बोलने नहीं दिया. इसी कारण मैंने दलितों के हित के लिए राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया.”

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