बहुजन समाज का एक हिस्सा भले ही सोशल मीडिया पर रक्षा बंधन के खिलाफ अभियान छेड़ चुका है, बसपा प्रमुख मायावती ने इंडियन नेशनल लोकदल के नेता अभय सिंह चौटाला को राखी बांध कर उन्हें अपना राखी भाई बना लिया है. इस बंधन के साथ हरियाणा में बसपा और आईएनएलडी के बीच गठबंधन और मजबूत हो गया है. अभय सिंह चौटाला ने 22 अगस्त को बसपा प्रमुख से उनके दिल्ली स्थित आवास पर मुलाकात की.
इस मुलाकात में बसपा प्रमुख मायावती ने 25 सितंबर को पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के जन्मदिवस के अवसर पर इंडियन नैशनल लोकदल (आईएनएलडी) द्वारा गोहाना में ‘सम्मान दिवस’ समारोह में शामिल होने का न्यौता भी स्वीकार कर लिया है. बैठक को लेकर हरियाणा के नेता विपक्ष अभय सिंह चौटाला ने बताया कि बहनजी ने सहर्ष ‘सम्मान दिवस’ का न्योता स्वीकार कर लिया है और वह इस अवसर पर लोगों को संबोधित भी करेंगी. बीएसपी सुप्रीमो से मुलाकात के बाद अभय सिंह चौटाला ने कहा –
“दोनों दलों के बीच हुए गठबंधन के बाद, यह पहला मौका होगा जब दोनों दलों के नेता एक मंच से जनता को संबोधित करेंगे. इस गठबंधन से हरियाणा की सभी जातियों और समुदाय के बीच पारंपरिक एकता और सम्मान की भावना स्थापना होगी, जिसमें पिछले कुछ समय से दरार डालने के प्रयास किए जा रहे हैं.” बता दें कि हरियाणा की प्रमुख विपक्षी आईएनएलडी का कुछ समय पहले ही बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन हुआ है. दोनों दलों ने आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ने का फैसला लिया है.
तो वहीं मायावती के चौटाला को राखी बांधने की चर्चा लुटियन जोन में चल रही है. इससे पहले मायावती ने भाजपा नेता लालजी टंडन को राखी बांधी थी. तो वहीं लालजी टंडन भी बसपा प्रमुख मायावती को अपनी बहन मानते रहे हैं. मायावती ने लगातार कई सालों तक टंडन को राखी बांधी. पार्टी भले दोनों की अलग-अलग रही लेकिन दोनों के रिश्ते में कभी खटास नहीं आई.
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