नई दिल्ली। एग्जिट पोल आने के बाद बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने एक बड़ी कार्रवाई की है. पार्टी ने अपने पुराने सिपाहसलार रहे रामवीर उपाध्याय को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. इसके साथ ही उन्हें पार्टी के मुख्य सचेतक पद से भी हटा दिया गया है. उन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है.
पार्टी महासचिव मेवालाल गौतम ने कहा कि रामवीर उपाध्याय लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी विरोधि गतिविधियों में शामिल थे. उन्हें हिदायत दी गई थी, लेकिन रामवीर ने आगरा, फतेहपुर सीकरी, अलीगढ़ समेत कई सीटों पर खड़े किए गए पार्टी प्रत्याशियों का खुलकर विरोध किया और विरोधी पार्टी के प्रत्याशियों का समर्थन किया.
जिन सीटों पर गठबंधन के प्रत्याशियों के विरोध का आरोप रामवीर उपाध्याय पर लगा है, उनमें से अधिकतर सीटें आजतक और एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल में बीजेपी के पास जाती दिख रही है. सर्वे में आगरा, फतेहपुर सीकरी, अलीगढ़, हाथरस में बीजेपी सबसे अधिक पॉपुलर पार्टी दिख रही है. बीते कई दिनों से रामवीर उपाध्याय के बीजेपी में शामिल होने की चर्चा थी, लेकिन ऐसा करने पर उनकी विधायकी जा सकती थी. अब माना जा रहा है कि रामवीर उपाध्याय बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. रामवीर उपाध्याय के भाई मुकुल उपाध्याय पिछले साल बसपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे.
इस कार्रवाई के पीछे वे तस्वीरें भी मानी जा रही हैं, जो लोकसभा चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुईं. ये तस्वीरें आगरा लोकसभा सीट पर मतदान से पहले की हैं, जिसमें रामवीर उपाध्याय आगरा से भाजपा प्रत्याशी एस.पी. सिंह को गले लगाते दिखे थे.

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