नई दिल्ली। बीएसपी सुप्रीमो मायावती फिलहाल राज्यसभा वापस नहीं जाना चाहतीं. शायद यही वजह है कि उन्होंने तेजस्वी यादव द्वारा राज्यसभा भेजे जाने का ऑफर ठुकरा दिया है. असल में लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने आरजेडी के कोटे से उन्हें राज्यसभा सीट ऑफर की, लेकिन मायावती ने ये प्रस्ताव भी ठुकरा दिया. तेजस्वी ने कहा कि मायावती बीजेपी के केंद्र की सत्ता पर रहने तक राज्यसभा नहीं जाना चाहतीं.
पिछले साल सहारनपुर में दलित अत्याचार पर सदन में न बोलने देने का आरोप लगाते हुए उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता छोड़ दी थी. अब वो अपनी पार्टी के विधायकों के बूते राज्यसभा पहुंच नहीं सकतीं. लालू यादव भी मायावती को राज्यसभा भेजने का ऑफर दे चुके हैं. फिलहाल राज्यसभा में बसपा के तीन सांसद हैं, जबकि लोकसभा में एक भी सदस्य नहीं हैं.
एक वजह यह भी हो सकती है कि राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद मायावती हर रैली में अपने इस्तीफे की बात कह रही हैं. उन्होंने यह भी संदेश दिया है कि उनको दलितों की परवाह है और उनके हक में आवाज उठाने से वह पीछे नहीं हटेंगी. संभव है कि मायावती का ये संदेश उन्हें अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में फायदा दिला सकता है. मायावती फिलहाल राज्यसभा सीट के चक्कर में फंसकर खुद का सियासी वजूद खत्म होते नहीं देखना चाहतीं. यही वजह है कि उन्होंने वापस राज्यसभा जाने का ऑफर ठुकरा दिया है.

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