Monday, August 4, 2025
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नवजात बच्चों की जान बचाने वाले हीरो महेन्द्र मेघवाल

श्रीगंगानगर। राजकीय जिला चिकित्सालय की शिशु नर्सरी में शनिवार अपराह्नन पौने तीन बजे रेडिएंट वार्मर में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई. गनीमत रही कि नर्सिंग स्टाफ के मौके पर होने की वजह से नवजात की जान बच गई नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था. जिस रेडिएंट वार्मर में शॉर्ट सर्किट से आग लगी उसमें एक नवजात को रखा हुआ था. जबकि शिशु नर्सरी में नौ नवजात थे. वहीं नर्सरी में कुल 12 नवजात भर्ती थे इनमें से तीन को पीएनसी वार्ड में मां का दूध पिलाने के लिए परिजन लेकर गए हुए थे.

इस पूरे मामले में महेन्द्र कुमार मेघवाल हीरो बनकर उभरे हैं. जिला चिकित्सालय की शिशु नर्सरी में शनिवार शाम को ड्यूटी कर रहे जीएनएम महेन्द्र कुमार मेघवाल के साहस और हिम्मत के चलते नौ नवजात की जान सुरक्षित बचा ली गई. जैसे ही रेडिएंट वार्मर में आग लगी घड़साना क्षेत्र की बेबी भागवंती को वारमर से तुरंत उठाकर सहयोग नर्सिंग कार्मिक हरप्रीत कौर को दिया और खुद वार्मर को बोर्ड के प्लग से अलग कर बाहर निकाला. तब तक वार्मर पूरी तरह से आग पकड़ चुका था और नर्सरी में धुंआ ही धुआ हो चुका था. लेकिन इसने साहस और हिम्मत दिखाते हुए आपातकालीन कक्ष से जलते हुए रेडिएंट वार्मर को बाहर फेंक दिया. नर्सरी में उस वक्त नौ नवजात भर्ती थे. इनकी भी धुंआ से दम घुटने या सांस लेने में दिक्कत नहीं हो इसको लेकर इनको तुरंत प्रभाव से नर्सरी के दूसरे रूम में शिफ्ट किया. नर्सरी कार्मिक महेंद्र कुमार मेघवाल व हरप्रीत कौर की साहस चिकित्सालय प्रबंधन व नर्सरी में भर्ती नवजात के परिजनो ने तारीफ की. जब रेडिएंट वार्मर में आग लगी, तब नर्सिंग स्टाफ बाहर कुर्सी पर बैठा होता तो बड़ा हादसा हो सकता था.

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