नई दिल्ली। प्रसिद्ध अध्यात्मिक गुरू सिद्धेश्वर स्वामी ने पद्मश्री सम्मान लेने से मना कर दिया. उनका कहना यह था कि वह संत हैं और संतों को इन सब की जरुरत नहीं है. जाहिर सी बात है कि यह संत परंपरा और अध्यात्म का एक बढ़िया उदाहरण है.
पदमश्री सम्मान को लेकर अध्यात्मिक गुरू ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक चिट्ठी लिखी. चिट्ठी में पीएम मोदी का आभार व्यक्त करते हुए आध्यात्मिक गुरू ने लिखा, ‘प्रतिष्ठित पद्मश्री सम्मान मुझे देने के लिए मैं भारत सरकार का आभार व्यक्त करता हूं. लेकिन मैं आपको अवगत कराना चाहता हूं कि मैं यह अवार्ड लेने का इच्छुक नहीं. संन्यासी होने के नाते मेरी इन अवार्ड्स में कोई रुचि नहीं. मुझे आशा है कि आप मेरे इस फैसले की सराहना करेंगे.’
असल में प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु सिद्धेश्वर स्वामी कर्नाटक के एक जाने-माने संत हैं. वह खासकर कर्नाटक के विजयपुर में सक्रिय हैं. बता दें कि हर साल की तरह इस बार भी गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्याव पर पद्मश्री पुरस्काकरों की घोषणा की गई थी. इस बार 85 हस्तिधयों को पद्म पुरस्का रों से सम्मारनित किया गया. इसमें 3 को पद्म विभूषण, 9 को पद्मभूषण और 73 को पद्मश्री सम्मारन दिया गया.

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