अंबेडकरी समाज के लिए बड़ी खबर है। दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस सुरेश कैत मध्यप्रदेश के नए चीफ जस्टिस बनाए गए हैं। इसके बाद उनका एक बयान देश भर में चर्चा का विषय बना हुआ है। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ़ जस्टिस बनने पर अपने सम्मान में आयोजित संपूर्ण कोर्ट समारोह को उत्तर देते हुए जस्टिस सुरेश कुमार कैत ने कहा कि मध्य प्रदेश हाई कोर्ट का चीफ़ जस्टिस बनने का मेरा भविष्य 14 अप्रैल 1891 को ही लिखा गया था, जब भीमराव जो कि अब बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर हैं, उन्होंने मध्य प्रदेश के महू में जन्म लिया था। मैं उनकी वजह से ही यहाँ चीफ़ जस्टिस बना हूँ। बता दें कि जस्टिस सुरेश कैत बाबासाहेब की समता, समानता और बंधुत्व की विचारधारा में विश्वास करने वाले जस्टिस हैं।
मध्य प्रदेश हाई कोर्ट का चीफ़ जस्टिस बनने का मेरा भविष्य 14 अप्रैल 1891 को ही लिखा गया था, जब भीमराव जो कि अब बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर हैं, उन्होंने मध्य प्रदेश के महू में जन्म लिया था।#JusticeSureshkumarkait #MadhyaPradeshHighCourt #chief_justice_of_Madhya_Pradesh_High_Court pic.twitter.com/n6yfJUEZyP
— Dalit Dastak | दलित दस्तक (@DalitDastak) October 11, 2024

अशोक दास (अशोक कुमार) दलित-आदिवासी समाज को केंद्र में रखकर पत्रकारिता करने वाले देश के चर्चित पत्रकार हैं। वह ‘दलित दस्तक मीडिया संस्थान’ के संस्थापक और संपादक हैं। उनकी पत्रकारिता को भारत सहित अमेरिका, कनाडा, स्वीडन और दुबई जैसे देशों में सराहा जा चुका है। वह इन देशों की यात्रा भी कर चुके हैं। अशोक दास की पत्रकारिता के बारे में देश-विदेश के तमाम पत्र-पत्रिकाओं ने, जिनमें DW (जर्मनी), The Asahi Shimbun (जापान), The Mainichi Newspaper (जापान), द वीक मैगजीन (भारत) और हिन्दुस्तान टाईम्स (भारत) आदि मीडिया संस्थानों में फीचर प्रकाशित हो चुके हैं। अशोक, दुनिया भर में प्रतिष्ठित अमेरिका के हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में फरवरी, 2020 में व्याख्यान दे चुके हैं। उन्हें खोजी पत्रकारिता के दुनिया के सबसे बड़े संगठन Global Investigation Journalism Network की ओर से 2023 में स्वीडन, गोथनबर्ग मे आयोजिक कांफ्रेंस के लिए फेलोशिप मिल चुकी है।