आपको झारखंड के जामताड़ा जिले में सक्रिय साइबर क्रिमिनलों के बारे में बताना चाहता हूँ। उन्होंने 27/09/2019 को मेरे बैंक खाते से एक लाख रुपए अनऑथोराइज्ड यूपीआई ट्रांजेक्शन (कुल 10) के माध्यम से उड़ा लिए। उन्होंने फर्जी वीपीए बनाया और उसे मेरे बैंक खाते से लिंक करके उक्त कृत्य को अंजाम दिया, जबकि मेरे खाते से यूपीआई ट्रांजेक्शन 18/05/2019 से बैंक द्वारा ब्लॉक कर दिया गया था। फर्जी वीपीए है – chchchhdfhhf@boi, पर SBI कहता है कि यह वीपीए एसबीआई से लिंक नहीं है।
आठ ट्रांजेक्शन का पैसा इस वीपीए में डाला गया- 919088962081@PYTM0123456 (Ayesa Molla का वीपीए Paytm, NOIDA). दो ट्रांजेक्शन का पैसा इस वीपीए में डाला गया- 6548267902@IDIB000K029.ifsc.npci (Afsar Ansari, Indian Bank, Kashmiri Gate, New Delhi).
Paytm से आठ ट्रांजेक्शन का पैसा अन्य साइबर क्रिमिनलों के खातों में भेजा गया। अधिकतम पैसा श्रीमती इमरान अंसारी s/o अब्दुल मजीद, शहरपुर, जामताड़ा, के SBI खाता नंबर 38377505036 में डाला गया। Md Mo. Jaffar, शाहपुर जाट, नई दिल्ली दक्षिण के एसबीआई खाता नंबर 33702131884 (शाखा- एशियन गेम्स विलेज कॉम्प्लेक्स, नई दिल्ली) में कुछ पैसा डाला गया। निम्नलिखित अन्य खातों में भी पैसा डाला गया- 919088962081@PYTM0123456, 20470100061308 (IFSC code: FDRL0002047, Kerala), 448100000555 (Nandlal Pidhi alias Banshraji, IFSC code: BARB0SISOUD), 9932904739@upi (Arun Pandit, NOIDA).
उक्त साइबर क्राइम का सूत्रधार Mukesh Kumar alias Tapasrani Giri है, जिसका मोबाइल नंबर है- 8509099576. मोबाइल नंबर के आधार पर उसका लोकेशन कोलकाता है।
नजदीकी बैंक शाखा, पुलिस चौकी और साइबर पुलिस को तत्काल इस घटना की जानकारी दी गई थी, पर आज तक न बैंक द्वारा कोई कार्रवाई की गई और न ही पुलिस द्वारा। इंडियन बैंक की संबंधित शाखा और पेटीएम से भी शिकायत की गई थी, पर उन्होंने भी कोई कार्रवाई नहीं की। न्याय मिलना बहुत दूर की बात है। उक्त साइबर क्रिमिनलों का भंडाफोड़ किया जाना चाहिए। उनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि हम जैसे पीड़ितों की गाढ़ी कमाई का पैसा वापस मिल सके। कृपया मुझे मेरा लूटा हुआ पैसा वापस दिलाने में यथासंभव सहयोग प्रदान करने का कष्ट करें।
सधन्यवाद।
एक पीड़ित,
चंद राम बंजारे
मानिकपुर, कोरबा, छत्तीसगढ़- -495682

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