जयपुर। राजस्थान के समाज कल्याण विभाग ने सभी राज्य के छात्रावासों में सुबह राष्ट्रगान को अनिवार्य कर दिया है. राज्य के समाज कल्याण विभाग की ओर से जारी आदेश में लिखा है कि विभाग के सभी 789 छात्रावासों में सुबह सात बजे राष्ट्रगान गाया जाएगा. समाज कल्याण विभाग राज्य में ओबीसी, एससी और एसटी का छात्रावास संचालित करता है.
विभाग के प्रधान सचिव समित शर्मा का कहना है कि ये पहले से होता रहा है लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इसमें सिथिलता आ गई थी जिसकी वजह से दोबारा आदेश निकालना पड़ा है. इसे रोजाना गाने के लिए ही आदेश निकाला गया है. गौरतलब है कि पिछली वसुंधरा सरकार के दौरान समाज कल्याण विभाग के सभी दफ्तरों में खाने से पहले भोजन मंत्र पढ़ना जरूरी किया गया था.
आदेश के मुताबिक बच्चों में राष्ट्र के प्रति देशभक्ति का जज़्बा जगाने के लिए यह कदम उठाया गया है. विभाग के निदेशक समित शर्मा ने बताया कि आवासीय विद्यालयों में राष्ट्रगान गाया जाता है, अब इस परम्परा को छात्रावासों में भी शुरू किया गया है. पिछले दिनों कई राज्यों में राष्ट्रगान को लेकर बहस हो चुकी है.
जयपुर के मेयर अशोक लाहोटी ने भी नगर निगम के दफ्तर में सुबह राष्ट्रगान और शाम को वंदेमातरम गाना अनिवार्य कर दिया था. इसके बाद राजस्थान यूथ बोर्ड ने सवाई मान सिंह स्टेडियम में राष्ट्रगीत कार्यक्रम का आयोजन किया था, इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी शामिल हुईं थीं.

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।