नई दिल्ली। गुजरात के राजकोट जिला के शापार गांव में दलित की फैक्ट्री मालिक द्वारा पीटकर मौत के घाट उतारने की घटना में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने नोटिस जारी किया है. लेकिन पुलिस की भूमिका कुछ खास नहीं दिख रही क्योंकि अबतक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई जबकि मारने वालों को वीडियो में साफ देखा जा सकता है.
ऐसा कहा जा रहा है कि शापार गांव के जिस 40 वर्षीय दलित व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर की गई वह कचरा बिन कर घर चलाता था. मृतक की पत्नी की शिकायत के बाद पुलिस ने भारतीय दंड संहिता और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार रोकथाम) अधिनियम के तहत पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या और अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया है. जबकि वीडियो में हत्यारों के चेहरे साफ दिख रहे हैं.
चार हफ्तों में मांगी रिपोर्ट
एनएचआरसी ने गुजरात सरकार के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर चार हफ्तों के भीतर मामले पर एक रिपोर्ट मांगी है. साथ ही प्रभावित परिवारों को राहत के लिए उठाए गए उपायों की भी जानकारी देने को कहा है.
बता दें कि निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने इस घटना की वीडियो शेयर कर जानकारी दी थी. इसके बाद मामला रविवार को प्रकाश में आया. वीडियो में एक दलित व्यक्ति को रॉड से बेहरमी से पिटते हुए दो लोग दिखे थे. हालांकि इन लोगों पर पुलिस ने कार्रवाई आरंभ कर दी है.
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