मशहूर एक्टर इरफान खान नहीं रहे। कल अचानक तबियत बिगड़ने से वो अस्पताल में आईसीयू में भर्ती हुए थे। और आज उनकी मौत की खबर आ गई। फिल्म निर्देशक सुजीत सरकार ने ट्विट कर इसकी जानकारी दी है। इरफान पिछले काफी समय से कैंसर से पीड़ित थे और लंदन में उनका इलाज चल रहा था। पिछले दिनों वह भारत लौट आए थे और कहा जा रहा था कि वो स्वस्थ हो गए हैं। लेकिन अचानक उनके जाने की खबर आ गई। बीते दिनों उन्हें खराब स्वास्थ्य को लेकर मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
इस खबर के आने के बाद पूरी फिल्म इंडस्ट्रीज शोक में है। गीतकार जावेद अख्तर ने कहा है कि इरफान जल्दी चले गए। वो अभी बहुत कुछ कर सकते थे। एक बड़ा एक्टर हमारे बीच से चला गया।
इरफान खान को लेकर बॉलीवुड डायरेक्टर और प्रोड्यूसर सुजीत सरकार ने सबसे पहले ट्वीट कर जानकारी दी। उन्होंने लिखा- “मेरे प्रिय मित्र इरफान। आप लड़े और लड़े और लड़े। मुझे आप पर हमेशा गर्व रहेगा। हम फिर से मिलेंगे। सुतापा और बाबिल के प्रति संवेदना।
साल 2018 में इरफान खान को पता चला था कि वह न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर से पीड़ित हैं। इस बीमारी के इलाज के लिए इरफान खान लंदन भी गए थे और करीब साल भर इलाज कराने के बाद वह वापस भारत लौटे थे।
इरफान खान की मम्मी सईदा बेगम का राजस्थान में कुछ दिनों पहले ही निधन हो गया था। लॉकडाउन के कारण इरफान खान अपनी मम्मी के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए थे। उनको वीडियो कॉल के जरिए ही अपनी मम्मी का अंतिम दर्शन करना पड़ा था।
इरफान का जन्म 7 जनवरी 1967 में राजस्थान में हुआ था। उन्होंने एनएसडी से ट्रेनिंग ली थी। वह उस दौर के अभिनेता हैं, जब चाणक्य सिरियल चला करता था। उन्होंने चाणक्य में काम भी किया था। वह सन् 2000 के बाद लोकप्रिय होने लगे। फिल्म ‘हासिल’ के लिये उन्हे वर्ष 2004 में सर्वश्रेष्ठ खलनायक का फ़िल्मफ़ेयर अवार्ड मिला था।
उन्होंने ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’ और ‘द अमेजिंग स्पाइडर मैन’ फिल्मों में भी काम किया था। 2011 में भारत सरकार द्वारा उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया। 60वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2012 में इरफ़ान खान को फिल्म ‘पान सिंह तोमर’ में अभिनय के लिए श्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार दिया गया। हाल ही में उनकी फिल्म ‘अंग्रेजी मीडियम रिलिज हुई थी, जिसकी काफी सराहना हुई। एक शानदार अभिनेता को दलित दस्तक का नमन।

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