भारतीय जनता पार्टी पर अक्सर ईवीएम से छेड़छाड़ को लेकर आरोप लगता रहा है। असम चुनाव के दौरान एक भाजपा उम्मीदवार की निजी गाड़ी से ईवीएम बरामद होने के बाद इस मामले ने और तूल पकड़ लिया है। सोमवार को असम में दूसरे चरण के चुनाव के बाद ही भाजपा के मौजूदा विधायक और उम्मीदवार कृष्णेंदु पाल की गाड़ी से ईवीएम बरामद हुआ। बेलेरो गाड़ी भाजपा नेता के पत्नी के नाम पर पंजीकृत है।
ईवीएम बरामद होने के मामले को लेकर राजनीतिक दलों के शीर्ष नेताओं की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आने के बाद चुनाव आयोग ने चार मतदान अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। चुनाव आयोग ने ईवीएम विवाद को देखते हुए राताबाड़ी सीट के एक मतदान केंद्र में नए सिरे से मतदान कराने का आदेश दिया है।
दरअसल एक अप्रैल को 39 सीटों के लिए वोटिंग समाप्त होने के महज़ कुछ घंटे बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया, जिसमें एक प्राइवेट कार में ईवीएम ले जाते हुए दिखाया जा रहा है। असम के वरिष्ठ पत्रकार अतानु भुयां ने यह वीडियो ट्विट किया। यह घटना बराक घाटी के करीमगंज के कानीसेल क्षेत्र की है, जहाँ स्थानीय लोगों ने गुरुवार की रात एक सफ़ेद बोलेरो कार को देखा, जिसमें कथित तौर पर ईवीएम मशीन थी।
EC की गाड़ी ख़राब,
भाजपा की नीयत ख़राब,
लोकतंत्र की हालत ख़राब!#EVMs— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 2, 2021
ईवीएम सामने आने के बाद भाजपा पर चौतरफा हमला शुरू हो गया है। साथ ही भाजपा पर ईवीएम से छेड़छाड़ को लेकर जो आरोप लगता रहा है, उसे भी बल मिला है। वहीं दूसरी ओर आलोचना के बीच गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि चुनाव आयोग इस बारे में कार्रवाई करे, उसे किसने रोका है।

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