दलित मानवाधिकार कार्यकर्ता शिवकुमार को आज जमानत मिल गयी है। शिवकुमार एक अन्य दलित मजदूर अधिकार कार्यकर्ता नौदीप कौर के साथ मिलकर काम करते रहे हैं। नौदीप कौर को कुछ दिनों पहले ही जमानत मिली थी। आज शिवकुमार को सोनीपत न्यायालय से सभी तीन मामलों में जमानत मिलना पूरे भारत के बहुजन समाज और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के लिए एक बड़ी खबर है।
शिवकुमार असल में हरियाणा पंजाब में काम कर रहे मजदूर अधिकार संगठन के अध्यक्ष हैं। इन्हें 16 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था। शिवकुमार की गिरफ़्तारी के ठीक एक दिन पहले नौदीप को भी गिरफ्तार किया गया था। बाद में खबरें आती रहीं कि इन दोनों के साथ हिरासत में हिंसा एवं जातिगत अपमान की घटनाएं हुई हैं। इन दोनों की गिरफ़्तारी के बाद पूरे देश के मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, किसान आन्दोलनकर्ताओं और नागरिक समाज में इनकी रिहाई की मांग उठ रही थी।
गौरतलब है कि इन दोनों की गिरफ़्तारी सोनीपत के कुंडली औद्योगिक क्षेत्र में 12 जनवरी को मजदूरों के खिलाफ कथित अत्याचार के एक मामले में हुई थी। पुलिस ने इनपर हत्या के प्रयास, चोरी और ज़बरन वसूली के आरोप लगाए थे। शिवकुमार के वकील जतीन्द्र कुमार आज सोनीपत न्यायालय में शिवकुमार की तरफ से उपस्थित हुए थे। इन्होंने तीनों मामलों में शिवकुमार की जमानत का आवेदन किया था। नौदीप कौर को इन्हीं मामलों में 26 फरवरी को जमानत मिलने के बाद शिवकुमार की रिहाई के लिए भी मांग तेज हो गयी थी।

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