देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के गृहराज्य गुजरात में दलित समाज के एक युवक से ऊंची जाति के लोगों ने इसलिए मारपीट की क्योंकि उसने कथित ऊंची जाति जैसा ‘सरनेम’ रखा था। मामला गुजरात के साणंद जिले का है। 21 साल के युवक भरत जाधव गुजरात के गिर सोमनाथ जिले के वेरावल तालुका के भेटड़ी गांव से ताल्लुक रखते हैं। पिछले कुछ महीनों से वो अहमदाबाद के नजदीक साणंद जीआईडीसी में एक कारखाने में काम कर रहे थे। यहीं कथित ऊंची जाति ‘दरबार’ जाति के एक जातिवादी गुंडे हर्षद ने उनके साथ मारपीट की।
आरोपी जातिवादी गुंडे भरत से इसलिए भी नाराज थे, क्योंंकि वह अपनी शर्ट के बटन खोलकर रखता था। पीड़ित भरत के साथ रात को 10 बजे के करीब स्थानीय बस स्टैंड पर हर्षद और उनके साथी गुंडों ने मारपीट की। भरत की हालत देखकर बस कंडेक्टर ने भरत को घटना की रिपोर्ट लिखवाने को कहा, जिसके बाद भरत ने रिपोर्ट लिखवाई। 24 घंटे से ज्यादा समय तक मामले को टालने के बाद बड़े अधिकारियों से गुहार करने और भरत के पक्ष में आए स्थानीय लोगों के दबाव के बाद जाकर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
गौरतलब है कि भरत के पिता बाबूभाई जाधव वेरावल तालुका में एक खेतिहर मजदूर हैं, लेकिन उन्होंने अपने बच्चों को पढ़ाया। भरत ने 10वीं पास करने के बाद मैकेनिकल इंजीनियरिंग का कोर्स किया और राजकोट में आगे की पढ़ाई कर रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन क्लास चल रही थी, जिसके कारण वो पढ़ाई के साथ-साथ काम भी कर रहे थे, ताकि परिवार की मदद कर सकें और आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए पैसे जोड़ सकें। लेकिन हरामी जातिवादी व्यवस्था के रखवालों को यह पसंद नहीं था कि दलित समाज का एक युवा जीवन में आगे बढ़े। भारत लोकतांत्रिक देश है लेकिन यहां सरनेम और नाम भी कुछ गुंडे अपनी बपौती समझते हैं।
न्यूज सोर्स- बीबीसी, फोटो क्रेडिट- बीबीसी

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