65वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है. इसमें दादा साहब फाल्के पुरस्कार से लेकर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, अभिनेत्री और फिल्म को लेकर तस्वीर साफ हो गई है. बीते 27 अप्रैल को दुनिया को अलविदा कह देने वाले शानदार अभिनेता और भारतीय जनता पार्टी के सांसद रहे विनोद खन्ना को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से नवाज़ा गया है.
फिल्म चांदनी में उनकी सह कलाकार रही फिल्म अभिनेत्री श्रीदेवी को उनकी फिल्म मॉम के लिए सर्वश्रेष्ठ अदाकारा का खिताब दिया गया है. ‘मॉम’ श्रीदेवी की आखिरी फिल्म थी. उनका भी 24 फ़रवरी की रात दुबई के एक होटल में निधन हो गया था.
दादा साहब फाल्के अवार्ड पाने वाले अभिनेता विनोद खन्ना को एक वक्त में अमिताभ बच्चन से ज्यादा बेहतर कलाकार माना जाता था. उनकी कई फिल्मों को लोग आज भी पसंद करते हैं. इनमें मेरे अपने, मेरा गांव मेरा देश, कच्चे धागे, मुकद्दर का सिकंदर, अमर-अकबर एंथनी, द बर्निंग ट्रेन, खून-पसीना, चांदनी आदि शामिल है. खलनायक की भूमिका में भी उन्हें काफी सराहना मिली. सभी विजेताओं को 3 मई को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राष्ट्रीय पुरस्कार सम्मान से सम्मानित करेंगे.

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।