(रिपोर्ट- नागमणि) बिहार के छपरा (सारण) जिले के गड़खा में एक सार्वजनिक चापाकल से पानी लेने के कारण गांव के एक भूमिहार और साहू (बनिया-तेली) जाति के लोगों ने दलितों के साथ मारपीट की। उन्हें पीटकर अधमरा कर दिया। इसमें से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। 12 मई को घटी यह घटना गड़खा के भेल्दी थाना क्षेत्र के मौलानापुर गांव की है।
इस मामले में पीड़ित पक्ष द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि 12 मई को भेल्दी थाना क्षेत्र के मौलानापुर गांव निवासी शिवप्रसाद राम के घर के लोग सार्वजनिक चापाकल पर शौच के बाद हाथ धो रहे थे। तभी गांव का ही जातिवादी भूमिहार रंजीत कुमार द्विवेदी वहां आ गया और उन्हें भला बुरा कहने लगा। उसके उकसावे पर गांव के ही बनिया-तेली समाज के प्रमोद साह, संतोष साह, पंकज शाह, शकुंतला देवी, नागेंद्र साह, मीना देवी, श्रवण साह, विलास, जिखम कुंअर, सुबोध साह, बृजेश महतो समेत अन्य लोग मिलकर दलितों के साथ मारपीट करने लगे और जाति सूचक गाली देने लगे। चूंकि चापाकल सार्वजनिक था तो दलितों ने विरोध किया।
विरोध करने पर जातिवादियों ने लाठी-डंडा और फरसा जैसे हथियारों से दलितों पर हमला कर दिया। इसमें शिव प्रसाद राम, चंदन कुमार राम, सिकंदर राम, विवेक कुमार राम, सरोज देवी और पन्ना देवी घायल हो गए। इन्हें इलाज के लिए गड़खा CHC ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने सदर अस्पताल छपरा रेफर कर दिया। छपरा में कुछ लोगों का इलाज हुआ एवं गंभीर स्थिति को देखते हुए 3 लोगों को PMCH पटना रेफर कर दिया गया। PMCH में इलाज के क्रम में शनिवार को शिव प्रसाद राम की मौत हो गई।
पोस्टमार्टम के बाद शव जैसे ही गांव पहुंचा, ग्रामीणों ने NH-722 पर मौलानापुर के पास सड़क जाम कर दिया। घटना की सूचना मिलने के बाद भेल्दी पुलिस मढ़ौरा इंस्पेक्टर समेत गड़खा विधायक सुरेन्द्र राम पहुंच गए। उन्होंने आक्रोशित ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराया। पुलिस ने आक्रोशित ग्रामीणों की SP से बात कराई तथा SC एक्ट के तहत कार्रवाई करने, सभी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने तथा घर की कुर्की-जब्ती करने का आश्वासन दिया था। जिसके बाद ग्रामीणों ने जाम हटाया। हालांकि खबर लिखे जाने तक इस मामले में अब तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी या अन्य कार्रवाई होने की सूचना नहीं है।

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