औरंगाबाद। खानपुर थाना क्षेत्र के गांव जाड़ौल में चोरी के शक में एक दलित युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद युवक को बेरहमी से पिटा. पुलिस की थर्ड की डिग्री के कारण युवक की हालत गंभीर बनी हुई है. दलित युवक जिंदगी व मौते से जूझ रहा है. इसके अलावा एक एक युवक हिरासत से फरार हो गया.
पुलिस ने कबूला…
जाड़ौल चौकी इंचार्ज ने खुद कबूल किया है कि गुड्डू से पूछताछ में चोरी के सबूत नहीं मिले हैं. अगर चोरी के सबूत नहीं मिले तो उन्होंने गुड्डू का चालान शांतिभंग में क्यों कर दिया, जबकि थाना इंचार्ज इस तरह की घटना में तहरीर आने की बात से इन्कार कर रहे हैं. इससे स्पष्ट है कि पुलिस घटना पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है.
किसान सभा और माकपा के जिला सचिव चंद्रपाल सिंह ने जाड़ौल चौकी प्रभारी द्वारा शराब के नशे में धुत होकर दलित युवक को पीटकर अधमरा करने की घटना की निंदा करते हुए जांच कराकर दोषी दरोगा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
आनन-फानन में एसएसपी केबी सिंह ने जाड़ौल चौकी प्रभारी सुखदेव सिंह चीमा का जहांगीरपुर थाने के लिये स्थानान्तरण कर दिया. हालांकि अन्य पुलिसकर्मियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. मामले की जांच सीओ सिटी को सौंपी गई है. लेकिन अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि चोरी उक्त युवक ने की थी.
दरअसल, गांव जाड़ौल निवासी भगवान सिंह के घर में हुई लाखों की चोरी के मामले में गुडडू नाम के एक दलित युवक को हिरासत में लेकर चौकी प्रभारी सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने शराब के नशे में घुत होकर पूरी रात उसे थर्ड डिग्री दी थी. हालात बिगड़ने पर उसका 151 में चालान किया था. युवक अब दिल्ली के अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है. शुक्रवार को मामला मीडिया में छाया तो बुलंदशहर से लेकर लखनऊ तक हड़कंप मच गया. वहीं प्रकरण की जांच सीओ सिटी को सौंप दी. हालांकि दूसरे लापता युवक पुष्पेन्द्र का आज तक कोई पता नहीं चल सका है. उसके परिजन का आरोप है कि युवक को लापता किया गया है. 07 जून की इस घटना को लेकर ग्रामीणों में पुलिस के प्रति कड़ा रोष बना हुआ है.
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